बैंक की ऑडिट में हुआ खुलासा–जीकेएसबी के अधिकारियों का कहना है कि समिति की वर्ष 2018-19 की ऑडिट रिपोर्ट में ऑडिटर ने डाबला ग्राम सेवा सहकारी समिति में 46 लाख 79 हजार 418 रुपए के गबन की पुष्टि की है। इसके लिए समिति व्यवस्थापक ( sriganganagar hindi news) राजाराम बेनीवाल को दोषी माना है।
132 किसान योजना के लाभ से हो गए वंचित ऋण माफी योजना 2018 में इस समिति के 132 सदस्य किसान से योजना से वंचित रह गए। बैंक का मानना है कि ये वही लोग हैं, जिनके नाम से व्यवस्थापक राजाराम ने ऋण उठा कर राशि का गबन कर लिया। इन किसानों को कई वर्ष पूर्व थोड़ी-थोड़ी राशि ऋण के रूप में दी गयी थी। बाद में राजाराम वर्ष-दर-वर्ष इनके खातों में ऋण राशि बढ़ाता गया और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर स्वयं ही सारी राशि हड़प कर गया। किसानों को इसकी सूचना तक नहीं मिली।
… तो होगी एफआईआर ग्राम सेवा सहकारी समिति डाबला के सेवानिवृत व्यवस्थापक राजाराम बेनीवाल के खिलाफ ऑडिट में 46 लाख रुपए के गबन की पुष्टि हुई है। अब समिति अध्यक्ष को बेनीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए पत्र लिखा है।
भूपेंद्र सिंह ज्याणी, प्रबंध निदेशक,जीकेएसबी श्रीगंगानगर।