चिकित्सा विभाग के अधिकारियों व चिकित्सकों की माने तो कोरोना के जिस वायरस ओमिक्रॉन की आशंका जताई जा रही है, उसके लिए मानव शरीर में काफी अच्छी इम्यूनिटी पावर चाहिए। इसलिए पहली डोज के मुकाबले दूसरी डोज भी लगी होने पर अच्छी इम्युनिटी बनती है। ऐसे में जिस व्यक्तियों की ओर से पहली डोज लगवा रखी है और दूसरी डोज नहीं लगवाई है, उनको वायरस ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में दूसरी डोज लेना बहुत जरुरी हो गया है।
दोनों डोज के बाद ही मिले सकेगी बूस्टर डोज
– राजकीय चिकित्सालय के डिप्टी कंट्रोलर डॉ. प्रेम बजाज का कहना है कि कोरोना के खतरनाक वायरस ओमिक्रॉन की जो बात चल रही है। उससे बचाव को लेकर बूस्टर डोज आ सकती है। यदि बूस्टर डोज आती है तो वह उन्हीं व्यक्तियों को लगाई जा सकेगी, जिन्होंने वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज लगवा रखी है।
इनका कहना है
– जिले में करीब 48 फीसदी लोगों को दूसरी डोज लगनी है। एक डोज की तुलना में दूसरी डोज से ही पूरी इम्यूनिटी बनती है। ऐसे में लोग अपनी दूसरी डोज जल्द लगवाएं, नहीं तो तीसरी लहर भारी पड़ सकती है।
डॉ. एचएस बराड, आरसीएचओ एवं वैक्सीन प्रभारी श्रीगंगानगर
जिले में वैक्सीनेशन की स्थिति
ब्लॉक टारगेट प्रथम डोज द्वितीय डोज डोज प्रति. डोज प्रति.
पदमपुर 122256 113880 63552 93.15 55.81
करणपुर 112200 101961 57797 90.87 56.69
गंगानगर 171132 137749 68445 80.49 49.69
मुख्यालय 184802 182909 115603 98.98 63.20
सूरतगढ़ 225566 205418 95914 91.07 46.69
रायसिंहनगर 153204 130558 67510 85.22 51.71
सादुलशहर 130533 121233 75072 92.88 61.92
अनूपगढ़ 194486 172091 79870 88.49 46.41
घडसाना 179084 151503 73397 84.60 48.45
कुल 1473263 1317302 697160 89.41 52.92