जयपुर से जारी स्टेट बुलेटिन के अनुसार जिले में रविवार को 532 पॉजिटिव केस आए हैं। वहीं एक्टिव केसों की संख्या भी 3263 तक पहुंच गई है। ऐसे में राजकीय चिकित्सालय सहित अन्य कोविड सेंटरों पर दबाव बढऩे लगा है। इसके साथ ही ऑक्सीजन व वेंटीलेटर तथा दवाओं की मांग बढ़ गई है।
जिले में 121 मरीज हुए डिस्चार्ज
– स्टेट बुलेटिन के अनुसार जिले में कोविड के 121 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। जो अस्पतालों से स्वस्थ होने के बाद उनको डिस्चार्ज कर दिया जाता है। कुछ को होम आइसोलेशन व कुछ को कोविड केयर सेंटर में भेजा गया।
राजकीय चिकित्सालय में 210 बेड फुल, 20 मरीज डिस्चार्ज
– कोविड की दूसरी लहर के चलते राजकीय चिकित्सालय में लगातार मरीजों का आना लगा हुआ है। पीएमओ डॉ. बलदेव सिंह ने बताया कि राजकीय चिकित्सालय के कोविड जोन में 175 बेडों की अधिकतम व्यवस्था की गई थी लेकिन मरीजों का आना नहीं रुक रहा है और ना ही अधिक संख्या में मरीज डिस्चार्ज हो रहे हैं।
इसके चलते अब 210 बेड लगा दिए गए हैं लेकिन रविवार को 210 बेड फुट हो गए हैं। वहीं रविवार को बीस मरीजों को डिस्चार्ज कर होम आइसोलेशन व कोविड केयर सेंटर पर भेजा गया है। वहीं जिलेभर से मरीजों का आना लगा हुआ है।
अस्पताल में पांच कोविड संदिग्धों की मौत
– राजकीय चिकित्सालय के कोविड जोन में इलाज ले रहे कोविड संदिग्ध पांच मरीजों की रविवार को मौत हो गई। चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि चिकित्सालय में प्रतिदिन पांच से आठ कोविड संदिग्ध व पॉजिटिव मरीजों की मौत हो रही है। इसके चलते चिकित्साकर्मी भी मानसिक दबाव में आ गए हैं। मरीजों को आते ही प्रवेश मिले। इसके लिए अतिरिक्त गद्दों की भी व्यवस्था की जा रही है।
आखिरी स्टेज पर आ रहे मरीज
– राजकीय चिकित्सालय में मरीजों का आना लगा हुआ है। पीएमओ डॉ. बलदेव सिंह ने बताया कि इनदिनों कोरोना व कोरोना संदिग्ध मरीजों का अस्पताल दबाव बना हुआ है। यहां मरीज गंभीर स्थिति में पहुंच रहे हैं। ये मरीज जिले, निजी अस्पतालों व शहर से आ रहे हैं। मरीज जब अस्पताल पहुंचता है तो उसकी हालत बहुत गंभीर होती है।
कई मरीज तो भर्ती करते-करते ही दम तोड़ देते हैं। यहां आने वाले प्रत्येक मरीज में ऑक्सीजन की बहुत कमी पाई जा रही है और फेफड़े खराब आ रहे हैं। जिससे उनकी हालत गंभीर हो जाती है। अस्पताल में 210 मरीजों में से 110 मरीजों को ऑक्सीजन लग रही है। गंभीर मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब ऑक्सीजन की भी कमी पडऩे लगी है।