गुड़ व ज्यूस के काम में आएगा गन्ना शेष बचे आठ लाख क्विंटल गन्ने का उपयोग गुड़ व शक्कर बनाने और ज्यूस बनाने में किया जाएगा। इस सीजन में 26 दिसंबर को शुगर में गन्ना पिराई सत्र शुरू हुआ था और प्रतिदिन 15 हजार क्विंटल के हिसाब से अभी तक 12 लाख क्विंटल गन्ना पिराई हो जाना चाहिए था। लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते मिल प्रबंधन को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।