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साकार होकर दो बार टूटा सुहाना सपना!

locationश्री गंगानगरPublished: Oct 22, 2021 01:27:41 am

Submitted by:

yogesh tiiwari

श्रीगंगानगर. आजादी के बाद श्रीगंगानगर की लालगढ़ जाटान हवाई पट्टी से दो बार शुरू हुई हवाई सेवा चार दिन की चांदनी ही साबित हुई है। क्षेत्र के लिए लोगों के लिए हवाई सेवा शुरू होना किसी सपने का साकार होने जैसा ही था लेकिन यह सुहाना सपना बहुत जल्द टूट गया। विमान दुर्घनाग्रस्त होने कारण हवाई सेवा बंद हो गई। यह विमान श्रीगंगानगर व जयपुर के मध्य इकलौता विमान था, जो रोज दो चक्कर लगाता था। विमान सेवा बंद होने के बाद तीन साल से क्षेत्र के लोग नियमित हवाई सेवा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।

साकार होकर दो बार टूटा सुहाना सपना!

साकार होकर दो बार टूटा सुहाना सपना!

श्रीगंगानगर के लिए चार दिन की चांदनी ही साबित हुई हवाई सेवा
महेन्द्र सिंह शेखावत. श्रीगंगानगर. आजादी के बाद श्रीगंगानगर की लालगढ़ जाटान हवाई पट्टी से दो बार शुरू हुई हवाई सेवा चार दिन की चांदनी ही साबित हुई है। क्षेत्र के लिए लोगों के लिए हवाई सेवा शुरू होना किसी सपने का साकार होने जैसा ही था लेकिन यह सुहाना सपना बहुत जल्द टूट गया। विमान दुर्घनाग्रस्त होने कारण हवाई सेवा बंद हो गई। यह विमान श्रीगंगानगर व जयपुर के मध्य इकलौता विमान था, जो रोज दो चक्कर लगाता था। विमान सेवा बंद होने के बाद तीन साल से क्षेत्र के लोग नियमित हवाई सेवा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।
श्रीगंगानगर में पहली बार हवाई सेवा १९६० में दिल्ली एवं श्रीगंगानगर के बीच सौ दिन चली। दूसरी बार यह सेवा २०१८ में श्रीगंगानगर से जयपुर के बीच दस जुलाई को शुरू होकर आठ अगस्त को बंद हो गई। लालगढ़ जाटान स्थित हवाई पट्टी १३ सौ मीटर लंबी और ४५ मीटर चौड़ी है।
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कोटा में आठ माह में बंद हो गई
श्रीगंगानगर से पहले हवाई सेवा से कोटा भी जुड़ा लेकिन वहां भी यह सेवा ज्यादा नहीं चल पाई। १८ अगस्त २०१७ को कोटा से जयपुर के लिए ९ सीटर विमान सेवा शुरू हुई थी, जो ८ माह बाद ही बंद हो गई थी। कोटा में मौजूदा एयरपोर्ट का रनवे छोटा होने के कारण बड़ा विमान नहीं उड़ सकते। रनवे मात्र १२०७ मीटर का है।
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इलाके में हवाई सेवा की बहुत ज्यादा जरूरत है। यहां के कई परिवार विदेशों में रहते हैं। विदेश से दिल्ली और जयपुर तक का हवाई सफर आसान रहता है लेकिन श्रीगंगानगर जिले में आने के लिए छह से आठ घंटे तक मजबूरन सडक़ मार्ग पर चलना पड़ता है।
-तरसेम गुप्ता, अध्यक्ष संयुक्त व्यापार मंडल, श्रीगंगानगर

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यहां के कई युवा विदेशों और महानगरों में कार्यरत है लेकिन अपनी जन्म भूमि श्रीगंगानगर जिले में हवाई सेवा नहीं होने के कारण समय की व्यस्तता को देखते हुए आ नहीं पाते। हवाई सेवा शुरू हो जाए तो यह दूरियां भी मिट जाएगी।
– कालीचरण अग्रवाल, व्यापारी, श्रीगंगानगर
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सरकारी मेडिकल कॉलेज बनने के बाद हवाई सेवा की ज्यादा जरूरत होगी। हवाई सेवा के अभाव में यहां कोई वीआइपी नहीं आता। मुख्यमंत्री के समक्ष श्रीगंगानगर से जयपुर, श्रीगंगानगर से दिल्ली व श्रीगंगानगर से अमृतसर तक हवाई सेवा शुरू करने का प्रस्ताव दिया जा चुका है। उम्मीद है कि इस पर जल्द ही कोई निर्णय हो पाएगा।
– राजकुमार गौड़, विधायक, श्रीगंगानगर
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एक कंपनी ने कवायद शुरू की लेकिन यह मामला सरकार के पास है। सरकार से मंजूरी मिलने पर यहां हवाई सेवा शुरू हो सकेगी। हवाई यात्रियों की संख्या बढ़ेगी तो लालगढ़ हवाई पट्टी पर संसाधनों का विस्तार भी हो जाएगा।
– जाकिर हुसैन, जिला कलक्टर, श्रीगंगानगर

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