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पानी की किल्ल्त ने बुझाया घर का इकलौता ‘चिराग’

locationश्री गंगानगरPublished: May 13, 2018 08:15:32 am

Submitted by:

pawan uppal

डिग्गी में डूबने से चार बहनों के इकलौते भाई की मौत
 

water supply
गजसिंहपुर.

ग्राम पंचायत 5 बीबीए बुट्टरसर के गांव 1 बीबीए में पेयजल संकट से निपटने के लिए पानी का जुगाड़ कर रहे 14 वर्षीय सेवक सिंह की डिग्गी में डूबने से मौत हो गई। वह चार बहनों का इकलौता भाई था। इस घटना के बाद से परिवार सदमे में है और गांव शोक में है। जानकारी अनुसार गांव कौरा 1 बीबीए में पेयजल किल्लत चल रही है। इसी किल्लत का सामना गांव के महेंद्र सिंह बावरी का परिवार भी कर रहा था। परिवार को पानी के लिए जूझते देख महेंद्र सिंह का दामाद किशन लाल बैलगाड़ी पर ड्रम रखकर खेतों में पानी की डिग्गी से पानी लेने निकला।
उसकी सहायता के लिए सेवक सिंह भी साथ चला गया। एक ड्रम पानी भर किशन लाल गांव को ओर चला गया। सेवक सिंह वहां पड़ी बाल्टी की रखवाली करने बैठ गया। जब किशन लाल दूसरा ड्रम पानी लेने आया तो देखा कि बाल्टी रस्सी के सहारे डिग्गी में लटकी थी और सेवक का कोई अता पता नहीं चल रहा था। संभवत: सेवक पीने के लिए पानी खींचने के चक्कर में फि सल कर पानी में डूब चुका था। यह मंजर देख किशन लाल के होश उड़ गए। उसने शोर मचाया तो वहां लोग इक्क_े हो गए। काफ ी मशक्कत के बाद सेवक को बेहोशी की हालत में डिग्गी से निकला गया। पानी से निकाल कर यहां के राजकीय चिकित्सालय लाया गया। यहां लाते महेंद्र सिंह के परिवार का इकलौता चिराग बुझ चुका था।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक सेवक सिंह गांव के राजकीय विद्यालय से कक्षा आठवीं बोर्ड की परीक्षा दे चुका था। वार्ड पंच रामूराम ने बताया कि सेवक सिंह के पिता महेंद्र सिंह गांव में दिहाड़ी मजदूरी कर अपना गुजर बसर करता है। महेंद्र सिंह के चार बेटियां हैं जिनमें तीन बेटियों का विवाह हो चुका है। वह अपने बेटे को पढ़ा रहा था। इस घटना के बाद महेंद्र सिंह पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वह हर बात पर फूट-फूट कर रोने लगता है। कुछ वैसा ही हाल उसकी माता जीत कौर व बहनों का है।
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