नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों की पोल खुलने को लेकर गोदाम के कार्मिकों ने तत्काल इस ट्रक को वहां से रवाना कर दिया लेकिन पार्षदों ने नए कचरा पात्र चोरी होने के संबंध में सदर पुलिस को सूचना दे दी।
इस संबंध में पुलिस ने हनुमानगढ़ बाइपास पर इस ट्रक को रोक लिया लेकिन प्रभावशाली लोगों ने इस ट्रक को छुड़वा लिया। इधर, पार्षर्दो के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलक्टर के समक्ष पेश होकर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया।
इस संबंध में कलक्टर शिव प्रसाद एम नकाते ने पूरे मामले की जांच के लिए नगर परिषद के एक्सइएन महेश गोयल से रिपोर्ट मांगी है। नगर परिषद प्रशासन ने इस मामले में अब लीपापोती की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
कलक्ट्रेट में पार्षदों संजय बिश्नोई, रामगोपाल यादव, सुशील कुमार पप्पू, कमल, प्रेम घोड़ेला, कृष्ण कुमार, बंटी वाल्मीकि, अमित यादव, प्रियंक भाटी, हेमंत पाहुजा, पूर्व उपसभापति अजय दावड़ा लक्की,पूर्व पार्षद मनीराम आदि ने कार्यवाहक आयुक्त लाजपत बिश्नोई और कलक्टर को ज्ञापन दिया।
इसमें दावा किया कि नगर परिषद गोदाम से नए दो सौ कचरा पात्रों को चुरा लिया गया है, ये कचरा पात्र एक ट्रक में भरकर हनुमानगढ जा रहे है। इस संबंध में कलक्टर ने वहां खड़े नगर परिषद एक्सइएन महेश गोयल से नगर परिषद के कुल कचरा पात्रों की संख्या पूछी।
जब उन्होने गोदाम स जानकारी की बात कही तो कलक्टर बोले कि यदि चोरी का मामला आप दर्ज नहीं करवाओ तो मुझे आयुक्त और आप के खिलाफ एफआईआर दर्ज करानी होगी।
पार्षद बबीता गौड़ ने आरोप लगाया कि नगर परिषद आयुक्त और सभापति की शह पर भ्रष्टाचार का बड़ा खेल चल रहा है। जिस टैण्डर की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई उससे पहले एक ठेका फर्म को कचरा पात्र बनवाने और सप्लाई करने का ठेका दे दिया, यह खुलासा ट्रक आने से हुआ है। इस मामले की जांच कलक्टर को निष्पक्ष रूप से करानी चाहिए।
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जांच से होगी तस्वीर साफ
यह सही है कि नगर परिषद स्टोर से एक भी नया कंटेनर किसी को आवंटित नहीं किया है। हनुमागनढ से एक ट्रक आने के बारे में पार्षदों ने शिकायत करते हुए ज्ञापन दिया है, इस संबंध में जांच के आदेश जारी कर दिए है। इस संबंध में स्वास्थ्य अधिकारी और गोदाम प्रभारी से रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद ही यह साफ हो पाएगा कि यह मामला कैसा था।
– लाजपत बिश्नोई, कार्यवाहक आयुक्त नगर परिषद
ब्हाइंड द स्टोरी दरअसल, कचरा संग्रहण करने के लिए 1.1 घन मीटर के करीब 200 कचरा पात्र खरीदने के लिए नगर परिषद ने टैण्डर ऑनलाइन खोले है, इसमें सोमवार को अंतिम तिथि तय की थी, लेकिन नगर परिषद के जिम्मेदार अफसरों ने हनुमानगढ़ से ऊंचती में कचरा पात्र खरीद कर लिए।
हालांकि इसका बिल नहीं बना। मौखिक आदेश पर हनुमानगढ़ की फर्म ने ये कचरा पात्र एक ट्रक में भरकर श्रीगंगानगर नगर परिषद के गोदाम में भिजवा दिए। इस संबंध में जब गोदाम में एंट्री होती उससे पहले ही चंद पार्षदों ने इस कथित खरीद का भंडाफोड़ कर दिया। आनन फानन में हुए इस खुलासे से नगर परिषद के अधिकारी बैकफुट पर आ गए और उसी समय ट्रक को वापस हनुमानगढ़ भिजवाने के आदेश दिए तो ट्रक वहां से निकल गया।