पदमपुर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि आंदोलनकारी संतवीर सिंह, गलैक्सी बराड़ उर्फ गुरविन्द्र सिंह, पृथ्वीपाल सिंह संधू, रणजीत उर्फ राजू, वीरेन्द्र बिश्रोई, राजविन्द्र सिंह, कर्मजीत सिंह, शीतल सिंह, रविन्द्र तरखान, जगदीप सिह, बॉबी बराड़ उर्फ राजेन्द्र सिंह, करनेल सिंह, सुखचरण सिंह, संदीप सिंह, रामचन्द्र, गुरप्रीत सिंह, जसपाल सिंह, मनिन्द्र सिंह मान सहित 150 अन्य लोगों के खिलाफ धारा 307, 332, 353, 336, 147, 148, 149 में मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में सोमवार को पुलिस ने संतवीर सिंह, गलेक्सी बराड़, गुरविंद्र सिंह, सुखचैन सिंह व राजेन्द्र सिंह को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पुलिस पर हमले के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। घटना वाले दिन यह पांचों भी १४ व्यक्तियों के साथ शांतिभंग में गिरफ्तार हुए थे और न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे थे।
पुलिस ने इनको शांतिभंग में एसडीएम के यहां से जमानत मिलने से पहले ही अदालत से प्रोडक्शन वारंट लेकर पुलिस पर जानलेवा हमले में गिरफ्तार कर लिया। गंगानगर किसान संघर्ष समिति संयोजक रणजीत सिंह राजू को शनिवार शाम को पुलिस पर हमले के मामले में गिरफ्तार किया गया था। जिसे रविवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था। अन्य आरोपियों के संबंध में पुलिस कर्मियों के ड्यूटी से लौटने के बाद बयानों की वीडियोग्राफी देखकर कार्रवाई की जाएगी।
किसान संगठनों ने दिया ज्ञापन
किसान समिति, अखिल भारतीय किसान सभा व किसान संघर्ष समिति ने सोमवार को मांगों को लेकर जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। इसमें सीसी हैड पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज व आंसू गैस छोडऩे, बिना किसी कारण से कुछ को गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया जिन्हें वापस लिया जाए। ज्ञापन देने वालों में कई किसान शामिल थे।