आरोप है कि वार्डन ने मंगलवार को बच्चों को चार दिन की छुट्टी का कहते हुए हॉस्टल के ताला लगा दिया था। कस्बे के विवेकानंद युवा मंच के पास कुछ पीडि़त छात्र बुधवार सुबह पहुंचे और आपबीती बताई, जिस पर मंच ने राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी को पूरे घटनाक्रम की शिकायत की। जिस पर श्रीकरणपुर एसडीएम के आदेश पर तहसीलदार अमर सिंह भनखड़ जांच के लिए पहुंचे।
मौके पर उन्होंने हॉस्टल वार्डन और छात्रों के बयान लिए। उन्होंने हॉस्टल की व्यवस्थाओं को भी देखा। प्रथम दृष्टया हॉस्टल में अनियमितता और वार्डन के अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह पाए जाने पर उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक बीपी चंदेल को वार्डन को तुरंत प्रभाव से हटाने की अनुशंसा की है।
यह था मामला
हॉस्टल वार्डन प्रवीण कुमार ने मंगलवार शाम को बच्चों को कहा कि आपको चार दिन की छुट्टी है। उन्होंने बच्चों को घर जाने का कहते हुए हॉस्टल के ताला लगा दिया। घड़साना क्षेत्र के कुछ छात्रों को घर जाने के लिए बस नहीं मिलने से वे हॉस्टल में कार्यरत महिला कर्मचारी शांति देवी के घर में रुके।
सुबह होते इन बच्चों ने स्वामी विवेकानन्द युवा मंच के अध्यक्ष सुरेश कुमार धींगड़ा को अपनी व्यथा बताई। इस पर संस्था के सदस्यों अमृत पाल सिंह बराड़,सतवंत सिंह, मुकेश कुमार,जसप्रीत सिंह आदि ने मौके पर पहुंच कर स्थिति देखी और बाल सरंक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी को इसकी शिकायत भेज कर शीघ्र कार्रवाई की मांग की।
इन बच्चों ने लगाया आरोप
घड़साना निवासी कक्षा 8 के छात्र देवेंद्र ने तहसीलदार के सामने वार्डन पर शराब मंगवाने का आरोप लगाया। छोटे बच्चों दीपक कुमार ,संजू,अमनदीप, दिनेश विशाल आदि ने दिन ही शराब पीकर उन्हें डांटने का आरोप लगाया।
छात्रों की शिकायत दर्ज की गई है। मौके पर अनियमितता पाई गई है। वार्डन को कर्तव्य के प्रति लापरवाह पाने पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक को उसे हटाने के लिए कहा गया है।
अमर सिंह भनखड़, तहसीलदार, श्रीकरणपुर
यह सही है कि एेसी शिकायत मिली थी, तब तहसीलदार को छात्रावास भिजवाया गया था। गुरुवार को इस संबंध में जांच रिपोर्ट देखकर कार्रवाई की जाएगी।
बीपी चंदेल, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग