क्षेत्र में लगातार आंधी, बरसात व ओलावृष्टि से फसलों के खराबे का सर्वे कार्य जिला कलक्टर के आदेश पर शुुक्रवार शाम से जारी है। इस सर्वे में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। प्रभावित किसानों को शत प्रतिशत नुकसान का मुआवजा मिले, इस पर संबंधित टीमें अवश्य रूप से कदम उठाएं। यह बात एसडीएम रामावतार कुमावत ने शनिवार को तूफान व ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर कृषि व राजस्व अधिकारियों की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर के साथ तूफान व ओलावृष्टि से हुए नुकसान पर चर्चा हुई। इसके बाद क्षेत्र में सर्वे के आदेश जारी किए गए हैं। इसके तहत पच्चीस प्रतिशत से अधिक फसल खराबे की स्थिति में क्षेत्र में संबंधित गिरदावर एवं सहायक कृषि अधिकारी की टीम जाएगी तथा दो किसानों की फसलों का सर्वे कर उसके आधार पर ही नुकसान माना जाएगा। इसके अलावा पच्चीस प्रतिशत से कम नुकसान का सर्वे सहायक कृषि अधिकारी, बीमा कम्पनी प्रतिनिधि व गिरदावर करेंगे तथा प्रत्येक प्रभावित किसान के नुकसान का सर्वे किया जाएगा। यह कार्य सहायक निदेशक कृषि विस्तार के निर्देशन में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कार्यरत बीमा कम्पनी के जिला प्रतिनिधि हनुमान चौधरी को भी सर्वे में सहयोगात्मक रवैया रखने के लिए पाबंद किया गया है। इस संबंध में जिला कलक्टर को भी अवगत करवाया गया है। क्षेत्र में तूफान व ओलावृष्टि से हुए नुकसान का किसानों को लाभ मिले। इसके लिए सभी तालमेल बनाकर कार्य करें। बैठक में तहसीलदार प्रदीप कुमार, विकास अधिकारी विनोद रेगर, सहायक कृषि अधिकारी प्रेम कुमार, क्रय विक्रय सहकारी समिति के प्रबंधक गिरधारीलाल सहारण, तहसील कानूनगो पवन कुमार सोनगरा, आईआर्ईआर प्रभुदयाल पारीक आदि मौजूद रहे।
भीग गया गेहूं, नहीं थी माकूल व्यवस्था
बैठक में एसडीएम ने नई धानमण्डी में गेहूं के भीगने पर नाराजगी जताते हुए कृषि उपज मण्डी समिति से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कृषि उपज मण्डी समिति के प्रतिनिधि से कहा कि
गत दिनों मण्डी में मूसलाधार बारिश हुई तो वहां खुले में पड़ी गेहूं भीग गई थी, उन्होंने रात्रि को ही मौका मुआयना किया था। मंडी समिति प्रशासन ने टैंकरों की मदद से दो दिन देरी से वहां से पानी निकाला। इस पर मंडी समिति प्रतिनिधि प्रेम कुमार ने बरसात से बचाव के लिए तिरपाल की व्यवस्था होनी की बात कही। इस पर एसडीएम ने मंडी समिति से तूफान व बरसात के समय तिरपाल के वितरण की रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कार्यरत बीमा कम्पनी के जिला प्रतिनिधि हनुमान चौधरी को भी सर्वे में सहयोगात्मक रवैया रखने के लिए पाबंद किया गया है। इस संबंध में जिला कलक्टर को भी अवगत करवाया गया है। क्षेत्र में तूफान व ओलावृष्टि से हुए नुकसान का किसानों को लाभ मिले। इसके लिए सभी तालमेल बनाकर कार्य करें। बैठक में तहसीलदार प्रदीप कुमार, विकास अधिकारी विनोद रेगर, सहायक कृषि अधिकारी प्रेम कुमार, क्रय विक्रय सहकारी समिति के प्रबंधक गिरधारीलाल सहारण, तहसील कानूनगो पवन कुमार सोनगरा, आईआर्ईआर प्रभुदयाल पारीक आदि मौजूद रहे।
भीग गया गेहूं, नहीं थी माकूल व्यवस्था
बैठक में एसडीएम ने नई धानमण्डी में गेहूं के भीगने पर नाराजगी जताते हुए कृषि उपज मण्डी समिति से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कृषि उपज मण्डी समिति के प्रतिनिधि से कहा कि
गत दिनों मण्डी में मूसलाधार बारिश हुई तो वहां खुले में पड़ी गेहूं भीग गई थी, उन्होंने रात्रि को ही मौका मुआयना किया था। मंडी समिति प्रशासन ने टैंकरों की मदद से दो दिन देरी से वहां से पानी निकाला। इस पर मंडी समिति प्रतिनिधि प्रेम कुमार ने बरसात से बचाव के लिए तिरपाल की व्यवस्था होनी की बात कही। इस पर एसडीएम ने मंडी समिति से तूफान व बरसात के समय तिरपाल के वितरण की रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए।