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बाढ़ से निपटने के लिए गोताखोरों से सपंर्क करेगा प्रशासन

locationश्री गंगानगरPublished: Jun 13, 2021 10:53:29 pm

Submitted by:

surender ojha

Administration will contact divers to deal with floods-आपदा को लेकर जिला कलक्टर ने लगाई अधिकारियों की डयूटियां

बाढ़ से निपटने के लिए गोताखोरों से सपंर्क करेगा प्रशासन

बाढ़ से निपटने के लिए गोताखोरों से सपंर्क करेगा प्रशासन

श्रीगंगानगर. जिले में आपदा से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। मानसून के दौरान बाढ़ जैसी स्थिति में गोताखोरों की टीम सक्रिय रहेगी। एेसे में जिले के गोताखोरों की पहचान कर उसकी बकाया सूची बनाई जाएगी।
इन गोताखोरों को बकायदा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जिला कलक्टर जाकिर हुसैन ने अधिकारियों से किसी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए नियंत्रण कक्ष के साथ-साथ आपातकालीन प्लान बनाकर एक-एक नोडल की नियुक्ति करने के निर्देश दिए है।
आपदा प्रबंधन से संबंधित बैठक में कलक्टर का कहना था कि किसी प्रकार की विपदा पर काबू पाने के लिये समय रहते पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदा से संबंधित विभाग अपने-अपने नियंत्रण कक्ष चालू रखे तथा नियंत्रण कक्ष में लगने वाले कार्मिक मेहनती व सर्तकता वाले होने चाहिए।
जिला कलक्टर ने नगर परिषद व नगर विकास न्यास के अधिकारियों को नालों की सफाई कराने पर जोर दिया। जिला कलक्टर ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार मौसम विभाग का एक स्थाई नियंत्रण कक्ष होगा, जो नियमित रूप से सूचना देगा। सिंचाई विभाग बाढ़ या जल भराव की संभावना में जिले के संवेदनशील एवं संकटग्रस्त क्षेत्रों का सामना करने के लिये कार्य योजना बनाऐंगे।
वायरलेस कार्यशील, नाव, रक्षा पेटियों, रस्सों, मशालों, टोर्च की व्यवस्था करेंगे। वर्षाकाल में नहरों आदि पर निरन्तर भ्रमण करेंगे।पेयजल विभाग निचले क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए पम्प सैटों की व्यवस्था संभालेंगे। इसके साथ ही पेयजल की व्यवस्था व पेयजल स्त्रोतों के क्लोरीफिकेशन की समुचित व्यवस्था भी करेंगे ताकि दूषित पेयजल जनित बीमारियां फैलने की संभावना न रहे।
इसी प्रकार खाद्य एवं नागरिक विभाग उचित मूल्य दूकानों पर गेहूं, केरोसीन, खाद्य सामग्री के भण्डारण व वितरण की व्यवस्था देखेंगे। स्थानीय निकाय शहर की सड़कों की मरम्मत, नालों की सफाई 15 जून से पूर्व कर ली जाये।
निचले इलाके में जलभराव होने की स्थिति में प्रभावित व्यक्तियों को ऊंचे क्षेत्रों में अस्थाई धर्मशाला या सार्वजनिक स्थल में शिफ्ट किया जा सकेगा। जिला कलक्टर ने बताया कि चिकित्सा विभाग जीवन रक्षक दवाईयां, बाढ़ के समय मोबाईल चिकित्सा दल का गठन, बाढ़ के दौरान फैलने वाली बीमारियां हैजा, पीलिया, मलेरिया, त्वचा संबंधी बीमारियां, फूड पॉइजिंग के इलाज के लिए पर्याप्त दवाईयां होनी चाहिए।
इसी प्रकार भारत संचार निगम जिले में जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष का टोल फ्री नम्बर 1077 को निरन्तर दुरस्त रखा जाए।

उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग वर्षाकाल में नियंत्रण कक्ष संचालन के साथ-साथ होमगार्ड और आरएसी का रिजर्व जाब्ता रखे। इसी प्रकार विद्युत निगम भी बिजली आपूर्ति की सुचारू व्यवस्था, उपकरण, पोल आदि की तैयारी रखे। पशुपालन विभाग भी पशुओं में फैलने वाली बीमारियों के उपचार और दवाईयां के लिए अलर्ट रहे। पीडब्ल्यूडी भी सड़क मार्ग में बाधा नहीं आए, यह व्यवस्था रखने की जिम्मेदारी होगी।
इस बीच अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन भवानी सिंह पंवार ने कहा कि आगामी दिनों में वर्षा का दौर शुरू होने वाला है, ऐसे में सभी राजकीय भवनों की छतों की सफाई के साथ-साथ पानी की टंकियों को साफ कर पानी से भरा जाए।
जिन राजकीय भवन, स्कूल भवन, चिकित्सा भवन असुरक्षित है, तो ऐसे भवन में किसी प्रकार का कार्य न हो। छतों पर रखा कबाड़ को साफ करें।

इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहीराम, जिला परिषद सीईओ अशोक कुमार मीणा, एसीईओ मुकेश बारेठ, एसडीएम उम्मेद सिंह रतनु, नगर परिषद आयुक्त सचिन यादव, विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता जे.एस.पन्नू, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता सुमन विनोचा, जल संसाधन के अधीक्षण अभियंता धीरज चावला, अधिशाषी अभियंता पवन कुमार, लालगढ़ छावनी से सेना के अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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