वहां भी बार संघ के अध्यक्ष जसवीर सिंह मिशन सहित अनेक अधिवक्ता कलक्टर के कक्ष के आगे फर्श पर बैठ गए। आखिर में जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते से लगभग 15 मिनट बातचीत हुई लेकिन यह बेनतीजा रही। अध्यक्ष ने आंदोलन जारी रखने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि मंगलवार को भी अदालती कामकाज का बहिष्कार जारी किया जाएगा।
मिशन का कहना था कि पोक्सों के मामले में सीआइडी सीबी ने अधिवक्ता विनोद को क्लीन चिट्ट दे दी है लेकिन पुलिस अब उसका नारको टेस्ट कराने के लिए नोटिस जारी कर रही है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक के तबादले की मांग को लेकर आंदोलन को उग्र करने की चेतावनी भी दी।
कलक्ट्रेट में ओम रावल, राजकुमारी जैन, देवेन्द्र रोझ, जितेंद्र किनरा आदि ने सम्बोधित किया। लगभग दो घंटे तक चले रोष प्रदर्शन के बीच सीताराम बिश्नाई ने दस मिनट का समय देते हुए चेतावनी दी कि वे लोग अब कुछ करेंगे। उनकी इस घोषणा के पांच मिनट पूरे होने से पहले उप जिला कलक्टर मुकेश बारैठ अंदर से आए। एसडीएम और जवाहरनगर के थानाधिकारी प्रशांत कौशिक अधिवक्ताओं के शिष्टमंडल को जिला कलक्टर से बातचीत के लिए ले गए।
अध्यक्ष मिशन के अलावा नवरंग चौधरी, पूर्ण घोड़ेला, चरणदास, सीताराम बिश्नोई, कुलवंत सिंह, देवेंद्र रोझ, जरनैलसिंह टूरना आदि बातचीत में शामिल हुए। बाद में सीताराम बिश्नोई ने कहा कि वे लोग बच्ची को न्याय दिलाने, निष्पक्ष जांच एवं पुलिस अधीक्षक के स्थानांतरण की मांग पर अडिग हैं। इससे पहले अधिवक्ताओं ने एसपी कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। वृताधिकारी (शहर) इस्माइल खान के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस जाब्ता मौजूद रहा।