वारदात के दौरान कॉलोनी के लोग बार-बार पुलिस को फोन करते रहे लेकिन पुलिस करीब एक घंटे बाद उस समय पहुंची जब उच्चाधिकारियों को शिकायत की गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गुरुवार रात करीब नौ बजे एक युवक अम्बिका एन्केलव के गेट के आसपास संदिग्ध अवस्था में घूम रहा था, उसे मुख्य गेट पर सुरक्षा गार्ड नमिन्द्र सिंह ने पकड़ लिया। गार्ड ने युवक से पूछताछ शुरू की ही थी कि युवक ने अपने साथियों को फोन कर दिया।
देखते ही देखते कॉलोनी से सटे सिकलीगर मोहल्ले से करीब ६०-६५ लोग कॉलोनी गेट पर पहुंच गए। उन्होंने ईंटों-पत्थरों से हमला कर दिया। इसे देखते हुए सुरक्षा गार्ड ने कॉलोनी का मुख्य गेट बंद कर दिया। इस पर हमलावरों ने गेट के बाहर खड़े वाहनों को निशाना बनाया। हमलावरों में कई बच्चे और महिलाएं भी शामिल थी, जो मुख्य गेट को लांघकर अंदर घुस गए। इस बीच कई परिवार बाजार से अपने घर जाने के लिए कॉलोनी के आगे पहुंचे तो वहां इन हमलावरों के शिकार हो गए।
चालीस मिनट तक चला तांडव
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि करीब चालीस मिनट तक पत्थरबाजी का दौर चला। इस बीच कॉलोनी के जागरूक नागरिकों ने उसी समय पुरानी आबादी पुलिस को मदद के लिए फोन किए। लेकिन पुलिस की कानों पर जूं भी नहीं रेंगी। जब उच्चाधिकारियों तक शिकायतें पहुंची तब पुलिस का जाब्ता पहुंचा। अम्बिका एन्कलेव मोहल्ला सुधार समिति के अध्यक्ष गंगासिंह ने बताया कि इस संबंध में पुरानी आबादी पुलिस को परिवाद दिया गया है। पुलिस करीब एक घंटे देरी से आई, यदि समय पर आती तो नुकसान होने से बचाया जा सकता है।
कई महिलाएं हुईं हमलावरों की शिकार
इस कॉलोनी की कई महिलाओं के पत्थर की चोटें आई है। गंभीर चोटें नहीं होने के कारण उन्हें अस्पताल नहीं ले जाया गया लेकिन वारदात के बाद लोग दहशत के साये में थे।
देर रात पुलिस पहरा
सारा घटनाक्रम हो जाने के बाद सीओ सिटी तुलसीदास पुरोहित की अगुवाई में पुलिस बल पहुंचा। पुलिस लाइन से आरएएसी का जाब्ता मंगवाया गया। सीओ सिटी का कहना था कि आरएएसी के जवानों को रातभर कॉलोनी गेट पर तैनात किया गया है।