इस वायरल हुई ऑडियों में शख्स ने संबधित काम नहीं होने पर पन्द्रह लाख रुपए वापस मांगने की बात कही। उसने संबंधित पंचायती राज के कामिज़्क से पेशगी में ली गई राशि वापस नहीं लौटाने पर कारज़्वाई करने का दावा भी किया है। एक अन्य शख्स की आवाज भी इस ऑडियों रिकॉडिंज़्ग में आई है।
इस बीच एक अधिकारी ने इस ऑडियो वायरल के पीछे तत्कालीन बीडीओ की हरकत बताया है। इस अधिकारी का दावा है कि लेनदेन के नाम पर लोगों को गुमराह कर जानबूझकर यह ऑडियो वायरल की गई है ताकि संबंधित अनियमितताओं के बारे में खुलासा नहीं हो सके।
इस अधिकारी ने जिला परिषद में रहते हुए कई ग्रामीण क्षेत्र में हुई गडबडिय़ों को उजागर कराया था। इसके बाद उसका तबादला भी उन लोगों ने कराया जिनके खिलाफ जांच रिपोटज़् तैयार की गई थी। करोड़ों रुपए की अनियमिताएं बरतने के मामले में जांच अब भी लंबित पड़ी है।
इस ऑडियो वायरल के पीछे भी कहानी भी यही बताई जा रही है। हालांकि रिकॉडिज़्ग करने वाले शख्स ने अधिकारी के नाम पर कामिज़्कों की ओर से वसूली के इस खेल को सावज़्जनिक करने की बात कही भी है। हालांकि इस ऑडियो रिकॉडिज़्ग में किसी भी अधिकारी या कामिज़्क का नाम नहीं है लेकिन इशारा एकअधिकारी से किया है। इधर, जिला परिषद के कामिज़्कों की माने तो यह ऑडियो वायरल श्रीविजयनगर एरिया का प्रतीत होता है।