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राजस्थान में बसपा ने कांग्रेस-भाजपा को बताया ‘एक ही थाली का चट्टा-बट्टा’, विधानसभा चुनाव के लिए की ये घोषणा!

locationश्री गंगानगरPublished: May 13, 2018 08:48:46 pm

Submitted by:

rohit sharma

राजस्थान में बसपा ने कांग्रेस-भाजपा को बताया ‘एक ही थाली का चट्टा-बट्टा’, विधानसभा चुनाव के लिए की ये घोषणा!
 

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श्रीगंगानगर ।

राजस्थान में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव पास आ रहे हैं वैसे ही सियासी राजनीति भी तेजी पकड़ रही है। दोनों पार्टियों के बयान बाजी के बाद अब राजस्थान में नई पार्टी की चहलकर्मी बढ़ती नजर आ रही है। इस का उदाहरण जब देखने को मिला तब बसपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कांग्रेस-भाजपा को एक ही थैले का चट्टा-बट्टा बताया।
हाल ही में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान के प्रभारी धर्मवीर सिंह अशोक ने कहा है कि कांग्रेस-भाजपा दोनों दल एक ही थैले के चट्टे बट्टे है। इन दोनों दलों ने पांच-पांच साल सत्ता की बंदरबांट कर रहे है, इसका खत्म करने के लिए बसपा ने सर्वसमाज में भाईचार बनाओ अभियान शुरू किया है।
यहां सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन व सत्ता प्राप्ति संकल्प यात्रा शुरू की है। हर जिले में यह यात्रा पहुंच रही है। यात्रा बारह मई से नागौर से आगाज हो चुका है और यह जयपुर में 26 मई को समापन होगी। यात्रा करने के दौरान विधानसभा चुनाव में बसपा की ताकत को बढ़ाना है।
इसके अलावा दो अप्रेल को भारत बंद के दौरान निर्दोष लोगों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने, किसानों का कर्जा समाप्त करने, डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस की बढ़ी कीमतों को वापस लेने, अपर कास्ट में जरुरतमंद परिवारों को आर्थिक आधार पर दस प्रतिशत आरक्षण देने, सरकारी भूमि को जरुरतमंदों में बांटने की मांग भी की जा रही है।
गुर्जर आंदोलन के संबंध में उनका कहना था कि भाईचारा अभियान के तहत गुर्जरों को साथ देने में कोई परहेज नहीं किया जाएगा। इस मौके पर खेतड़ी के विधायक और विधानसभा में बसपा नेता पूरणमल सैनी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी को कम से कम साठ सीटें मिलेगी। आरक्षण के मुद्दे पर उनका कहना था कि आरक्षण के लिए सरकार ही संशोधन कर सकती है। आर्थिक आधार पर आरक्षण के संबंध में कहा कि आर्थिक आधार पर दस प्रतिशत जरूर होना चाहिए। प्रेस वार्ता में प्रदेशाध्यक्ष सीताराम सीला, प्रदेश उपाध्यक्ष डूंगरराम गेदर, जोगिन्द्र सिंह अबाना आदि मौजूद थे।
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