मिली जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर करीब एक बजे निर्माणाधीन सातवीं और आठवी सुपर क्रिटिकल इकाईयो के बॉयलर के नजदीक कुछ मजदूर आक्सीजन के सिलेंडर उतार रहे थे। अचानक एक सिलेंडर में हुए ब्लास्ट से सिलेंडर कई मीटर हवा में उछलने के बाद नीचे गिरा।
तेज धमाके और सिलेंडर से निकली तेज गैस से चारो तरफ धूल मिट्टी का गुबार छा गया। हादसे में सिलेंडर उतार रहे मजदूरों सहित आस पास काम कर रहे श्रमिको को किसी प्रकार का नुकसान नही हुआ।
यूं हुआ हादसा-
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शनिवार दोपहर करीब एक बजे सुपर क्रिटिकल इकाईयो में सप्लाई हुए ऑक्सीजन सिलेंडर उतारते समय अचानक से एक सिलेंडर फट गया और तेज धमाके के साथ कई मीटर उछलकर नीचे गिरा। सिलेंडर से निकली तेज गैस और उड़ी धूल बजरी के कण सिलेंडर उतार रहे सुनील पुत्र ओम प्रकाश और नजदीक ही काम कर रहे संदीप पुत्र वेदप्रकाश स्वामी की आखों में चले गए और हल्की खरोंचे आई।
सिलेंडर की गुणवत्ता पर उठाया सवाल
सूरतगढ़ विद्युत उत्पादन मजदूर यूनियन इंटक के अध्यक्ष श्याम सुंदर शर्मा ने सिलेंडरों की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए हादसे की उच्चस्तरीय जांच करने और ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लायर फर्म पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की अनदेखी के कारण सिलेंडर स्टोर में उतरवाने की बजाय सीधे कार्यस्थलों पर उतरवाए जाते है। जो नियमानुसार गलत है।
हादसे की होगी जांच
निर्माण कार्यो में वेल्डिंग के लिए आए सिलेंडरों में से एक उतारते समय फट गया था। इससे किसी प्रकार का जान माल का नुकसान नही हुआ है। हादसे को जांच की जाएगी।
बी पी नागर
मुख्य अभियंता
सुपर क्रिटिकल इकाई, सूरतगढ थर्मल।