जानकारी के अनुसार वार्ड 35 में सोमवार दोपहर एक बजे मदन सोनी का चार वर्षीय पुत्र साहिल लापता हो गया था। इस संबंध में बच्चे के परिजनों ने सिटी थाना में बच्चे के लापता होने की सूचना दी गई। पुलिस की ओर से बच्चे की आसपास के क्षेत्र में तलाश की गई लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। मंगलवार को वार्डवासियों ने वार्ड में वर्षों पुराने गंदे पानी के नाले में बच्चे के गिरने का अंदेश जताया। जिसके बाद जेसीबी की सहायता से नाले को खंगाला गया। इस दौरान बच्चे का शव बाहर निकल आया। सूचना मिलने पर नगरपालिका अधिशासी अधिकारी जुबेर खान, पूर्व पार्षद सुनील छाबड़ा, भाजपा नेता अमित भादू मौके पर पहुंचे। बाद में राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। इस दौरान तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे, जहां जनप्रतिनिधियों ने मृतक बच्चे के परिजनों को मुआवजे की मांग की।
उधर मृतक साहिल के पिता ने सिटी थाना में प्रार्थना पत्र देकर नगरपालिका ईओ व संबंधित वार्ड पार्षद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। पत्र में बताया कि वार्ड में वर्षों पुराना गंदे पानी का खुला नाला है। जिसको लेकर वार्डवासियों ने कई बार नगरपालिका प्रशासन से अनहोनी की आशंका जताते हुए नाले को ढकने की मांग की थी। लेकिन नगरपालिका प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाई। सोमवार को परिवादी का चार वर्षीय पुत्र साहिल खेलते हुए नाले में गिर गया। जिससे उसकी मौत हो गई।
वर्षों पुराना है नाला
वार्ड 35 के जिस गंदे पानी के नाले में मासूम साहिल सोनी का शव मिला, वह नाला लगभग तीन दशक पुराना बताया जा रहा है। लगातार खुदाई व सफाई के दौरान नाला गहरा व खतरनाक हो गया। इस नाले में वार्ड एक, दस व पन्द्रह का गंदा पानी आता है। वार्डवासियों का कहना है कि खुले व गहरे नाले से हादसे की आशंका को लेकर कई बार नगरपालिका प्रशासन से नाले को लेकर हादसे की आशंका जताई थी। शहर में इसके अलावा सेठ रामदयाल राठी, आरसीपी कॉलोनी सहित कुछ अन्य स्थानों पर भी खुले गहरे नाले स्थित हैं। जिनमें कई बार पशु गिर चुके हैं। शहर में सीवरेज कार्य के प्रगति में होने के चलते नालों को सीवरेज प्रारंभ होने के बाद बंद किया जाना था। लेकिन इससे पूर्व ही एक नाला बच्चे को लील गया।