ये करती हैं श्रीगंगानगर की सडक़ों पर ‘कदमताल’
श्री गंगानगरPublished: Jul 31, 2019 09:08:49 pm
श्रीगंगानगर. शहर की यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरस्त करने के दावे पुलिस और प्रशासन चाहे लाख करे, लेकिन हकीकत सडक़ों पर कुछ और ही नजर आती है।
ये करती हैं श्रीगंगानगर की सडक़ों पर ‘कदमताल’
श्रीगंगानगर. शहर की यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरस्त करने के दावे पुलिस और प्रशासन चाहे लाख करे, लेकिन हकीकत सडक़ों पर कुछ और ही नजर आती है। वह भी गली-मोहल्ले नहीं, बल्कि श्रीगंगानगर शहर को राजधानी जयपुर और दिल्ली और बीकानेर, जोधपुर जैसे शहरों को जोडऩे वाली मुख्य सडक़ पर। बुधवार शाम करीब पौने छह बजे का समय। सुखाडिय़ा सर्किल से शिव चौक तक भैंसों की ‘कदमताल’ देखी गई।
हालांकि, यह दृश्य कोई पहली बार नहीं देखा गया। अमूमन हर शाम भैंसों की आवाजाही देखी जा सकती है। शाम के वक्त इस मार्ग पर रोडवेज व लोक परिवहन बसें, टेंपो, दुपहिया और चौपहिया वाहनों की रेलमपेल लगी रहती है। ऐसे में भी ये भैंसें अपनी ही धुन में सडक़ के बीचोबीच चलती रहती है। वाहन चालकों को ही जैसे-तैसे गुजरना पड़ता है। यह भी नहीं है कि भैंसें स्वयं इस मार्ग पर आती हैं। इनके पीछे एक व्यक्ति भी होता है, जो आजू-बाजू चलता है।
दावों पर फिरता पानी
अधिकारियों ने कई बार शहर को कैटल फ्री सिटी घोषित किया और इसके लिए अनमने ढंग से प्रयास किए। लेकिन, निराश्रित गोवंश अब भी विचरण करता रहता है। अधिकारियों के दावों पर हर बार पानी फिर जाता है।