श्रीगंगानगर.
पंजाब से नहरों में आए दूषित पानी के विरोध में विभिन्न संगठनों के चल रहे संयुक्त प्रदर्शन के तहत मंगलवार को साधुवाली स्थित लिंक कैनाल पर कार्यकर्ताओं ने राजस्थान और पंजाब दोनों के मुख्यमंत्रियों के पुतले जलाए। इन्होंने गांधीगिरी दिखाते हुए पंजाब से श्रीगंगानगर की तरफ आ रहे लोगों को छबील लगाकर मीठा पानी भी पिलाया। इनका कहना था कि भले ही पंजाब सरकार राजस्थान के लोगों को पानी के साथ कैंसर भेज रहा है, लेकिन हम गांधीजी के बताए रास्ते पर चलते हुए पंजाब से आ रहे लोगों को मीठा पानी पिलाकर सरकार को जगाने का प्रयास कर रहे हैं।
पंजाब सरकार राजस्थान के तीन करोड़ लोगों को धीमा जहर देकर मारने का प्लान तैयार कर रही है। इसलिए नहरों में कभी मरे हुए मुर्गे तो कभी कीटनाशक दवा के पैकेट और बोतलें और अब शुगर मिल का शीरा पानी के साथ भेजा गया है।
गुरचरण सिंह खोसा, निवासी श्रीगंगानगर।
शुगर मिल के बॉयलर फटने से बहा शीरा कच्ची शराब उफनकर व्यास नदी तक पहुंच गया और सरकार का कोई अधिकारी कर्मचारी तक इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। पंजाब की राजस्थान के प्रति इससे बड़ी विडंबना और क्या होगी।
हरजिंद्र मान, निवासी ढिंगावाली जाटान।
पंजाब से आ रहा पानी यहां के लोगों को भले ही कैसर दे रहा हो, लेकिन हमने साधुवाली कैनाल पर पंजाब की तरफ से आ रहे लोगों को मीठा पानी पिलाकर गांधी के बताए रास्ते पर चलने की ठानी है। हम इसके लिए जागरुकता अभियान भी चला रहे हैं।
गुरलाल सिंह बराड़, निवासी बाणियांवाली।
हमने पंजाब से आ रहे जहरीले पानी के बारे में प्रशासन को तीन-चार महीने पहले ही चेता दिया था। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया और अब जहर के रुप में आए पानी को हमारे जिलों के लोग भुगत रहे हैं। ये पानी के साथ कैंसर हमें गिफ्ट में मिल रहा है।
पृथ्वी देवरथ, निवासी चहल चौक श्रीगंगानगर।