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हालांकि छात्राओं ने पहले ऑनलाइन आवेदन तो कर दिया लेकिन इसमें कई अभिभावकों ने ऑनलाइन प्रक्रिया के ऑप्शन में कॉलेज व स्कूल अंकित कर दिया। इसमें कई बार बेटियों के माता-पिता स्कूल व कॉलेज के चयन में गफलत कर देते हैं। इस कारण आवेदन पर ऑबजेक्शन लगकर संबंधित कार्मिक के पास आता है। फिर चयन की प्रक्रिया होती है।
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महाविद्यालय स्तरीय छात्रावास में बालिकाओं के लिए 50 सीट है। इसमें 28 बेटियों की प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और अब छह दिन से छात्रावास में कार्मिक की व्यक्तिगत आईडी पर ऑनलाइन आवेदन नहीं होने से प्रवेश लेने वाली बेटियों व उनके माता-पिता की परेशानी बढ़ गई। कॉलेज में बेटियों का प्रवेश हो चुका है और कक्षाएं भी शुरू हो चुकी है लेकिन जब तक छात्रावास में प्रवेश नहीं हो पाता है तब तक उन्हें परेशानी हो रही है।
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महाविद्यालय स्तरीय छात्रावास अधीक्षक अनसूईया का कहना है कि शुक्रवार से छात्रावास में ऑनलाइन आईडी कार्मिक के व्यक्ति पर शुरू की गई जो अब बंद पड़ी है। । इस कारण प्रवेश की स्थित पता नहीं चल पा रहा है। । अब विभागीय कार्मिक की व्यक्तिगत आईडी पर डाटा ऑनलाइन किया जा रहा है और यह प्रक्रिया जयपुर से सीधे हो रही है। शाम को आईडी शुरू होने पर दो बेटियों की प्रवेश की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है।