श्रीगंगानगर. शिक्षा विभाग में 35 करोड़ (35 crores ) के घोटाले की जांच करने के लिए प्रारंभिक शिक्षा विभाग निदेशालय बीकानेर के निदेशक के आदेश पर लेखाधिकारी विनीत सहारण, सहायक लेखाधिकारी विनोद जोशी और सवाई सिंह शामिल थे। लेखाधिकारी सहारण की टीम ने सीबीइओ हंसराज और एसीबीओ गोपाल कृष्ण प्रथम व लेखाधिकारी जितेंद्र वाजपेयी से पे-मैनेजर से इसका रिकॉर्ड खंगाला है। कब से और किस स्तर पर फर्जीवाड़ा किया है। इसका पूरा रेकॉर्ड खंगाला जा रहा है। सीबीइओ (sriganganagar hindi news) ऑफिस में प्रतिनियुक्ति पर रहा पीटीआइ ओमप्रकाश शर्मा ही बिल आदि बनाने का कार्य करता था।
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पहले करवाई प्रांरभिक जांच–सीबीइओ हंसराज के प्रकरण सामने आने पर मंगलवार को विभाग के एसीबीइओ प्रथम गोपाल कृष्ण,लेखाधिकारी जितेंद्र वाजपेयी और यूडीसी देवेंद्र बिश्नोई की तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच करवाई गई। जांच रिपोर्ट में पीटीआइ ओमप्रकाश शर्मा दोषी पाए गए और करीब 35 करोड़ रुपए का फर्जी पीएल का भुगतान (rajasthan patrika news) करना पाया गया। घोटाले की सूचना मिलते ही सीबीइओ ऑफिस में खलबली मच गई।
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लंबे समय से जमा था ऑफिस में—शिक्षा विभाग के स्पष्ट आदेश हैं कि कोई भी कार्मिक प्रतिनियुक्ति पर ऑफिस में कार्य नहीं करेगा। इसके बावजूद पीटीआइ ओमप्रकाश लंबे समय से कार्यालय में जमा हुआ था। उसकी नियुक्ति राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नंबर सात श्रीगंगानगर में थी। लेकिन वह स्कूल में कम और सीबीइओ ऑफिस में अधिक समय तक प्रतिनियुक्त पर रहा है। अब स्कूल का विधानसभा के एक प्रश्न का उत्तर देने के लिए इसको 24 जुलाई को रिलीव किया गया था।
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साढ़े चार साल से फर्जीवाड़ा–पीटीआइ ( Pti) साढ़े चार साल से फर्जीवाड़ा करते हुए पीएल की राशि उठा रहा था। वर्ष 2015-16 से लगातार गड़बड़ी कर रहा था। पीटीआइ के साथ अन्य कार्मिकों की मिलीभगत हो सकती है। जांच में अन्य कार्मिकों की भूमिका का पता चलेगा।
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पीटीआइ को किया निलंबित–मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ऑफि स (सीबीइओ)में डेपुटेशन पर लगाए एक पीटीआइ ने लेखा कार्य के दौरान पीएल के भुगतान को फ र्जी खातों में डलवाकर करीब 35 करोड़ रुपए का गबन कर लिया। गबन की राशि में अभी और बढ़ोतरी हो सकती है। पुलिस ने बताया कि हनुमानगढ़ जंक्शन निवासी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हंसराज ने पुरानी आबादी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल नंबर सात के पीटीआइ सद्भावना नगर निवासी ओमप्रकाश शर्मा पुत्र सहदेव शर्मा को मुख्य ब्लॉक शिक्षा ऑफि स में लेखा कार्य के लिए डेपुटेशन पर लगाया हुआ है। वह कर्मचारियों के फ र्जी नामों से उनकी पीएल राशि अपने परिचितों और मिलने वालों के खातों में डलवाता रहा। अभी तक की जांच में 35 करोड़ रुपए के गबन का खुलासा हो चुका है। पुलिस ने गबन का मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच थाना प्रभारी दिगपाल सिंह कर रहे हैं।
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पीटीआइ को किया निलंबित–मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ऑफि स (सीबीइओ)में डेपुटेशन पर लगाए एक पीटीआइ ने लेखा कार्य के दौरान पीएल के भुगतान को फ र्जी खातों में डलवाकर करीब 35 करोड़ रुपए का गबन कर लिया। गबन की राशि में अभी और बढ़ोतरी हो सकती है। पुलिस ने बताया कि हनुमानगढ़ जंक्शन निवासी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हंसराज ने पुरानी आबादी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल नंबर सात के पीटीआइ सद्भावना नगर निवासी ओमप्रकाश शर्मा पुत्र सहदेव शर्मा को मुख्य ब्लॉक शिक्षा ऑफि स में लेखा कार्य के लिए डेपुटेशन पर लगाया हुआ है। वह कर्मचारियों के फ र्जी नामों से उनकी पीएल राशि अपने परिचितों और मिलने वालों के खातों में डलवाता रहा। अभी तक की जांच में 35 करोड़ रुपए के गबन का खुलासा हो चुका है। पुलिस ने गबन का मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच थाना प्रभारी दिगपाल सिंह कर रहे हैं।
हो सकती है अन्य कर्मियों की मिलीभगत–जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक मुख्यालय) ने गुरुवार को पीटीआइ ओमप्रकाश शर्मा को प्रारंभिक जांच में गबन का दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया है। निलंबन काल में उसे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मल्टीपर्पज में लगाया गया है। शिक्षा विभाग के अनुसार इस प्रकरण में जिला कोष कार्यालय, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ऑफिस आदि के कार्मिकों की मिलीभगत हो सकती है।
——————- ऐसे किया गबन—फर्जी कर्मचारियों की फ र्जी सेवानिवृत्ति दिखाकर पीएल मद में फ र्जी तरीके से अपने परिचितों व रिश्तेदारों के खाते में रुपए डाले गए। इस पीटीआइ ने पिछले 4 साल में 172 फ र्जी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति दिखाकर पीएल मद में 35 करोड़ रुपए का गबन किया है। यह राशि और भी बढ़ सकती है।
—————– –यूं पकड़ में आया फर्जीवाड़ा–मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ऑफि स (सीबीइओ) से विजय जैन,श्रवण सिंह व स्वर्णकार सेवानिवृत्त हुए थे। इन कर्मचारियों के बिलों की पोस्टिंग की जानी थी। पे-मैनेजर की आइडी खोली गई तो ऑफिस के बजाए अन्य कर्मचारियों की नाम आने लगे। इस पर एलडीसी राजेश कुमार को फर्जीवाड़े का शक हुआ तो उसने अन्य कर्मचारियों से इस बात की चर्चा की। इसके बाद सीबीइओ को बताया गया। यह मामला मंगलवार का है। बुधवार को इसकी विस्तृत जांच की गई तो करोड़ों रुपए गबन सामने आया। इसका ऑफिस में भी कोई रेकॉर्ड नहीं है।
—————– आरोपी पीटीआइ निलंबित ( PTI suspended ) –प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए प्रारंभिक शिक्षा विभाग निदेशालय बीकानेर से लेखाधिकारी विनीत सहारण के नेतृत्व में सहायक लेखाधिकारी विनोद जोशी और सवाई सिंह शामिल है। जांच टीम ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।
—– मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ऑफि स (सीबीइओ)में डेपुटेशन पर कार्यरत पीटीआइ ओमप्रकाश शर्मा ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों के नाम फर्जी आइडी और बिल बनाकर 35 करोड़ रुपए से अधिक का गबन किया है। उसे निलंबित कर दिया गया है।
-हंसराज, सीबीइओ, शिक्षा विभाग, श्रीगंगानगर। सीबीइओ ऑफिस में प्रतिनियुक्ति पर रहे पीटीआइ ओमप्रकाश शर्मा ने सेवानिवृत कार्मिकों के नाम पर फर्जी पीएल बिल बनाकर लाखों रुपए की राशि उठाई है। प्रकरण की अब विस्तृत जांच की जा रही है।
-विनीत सहारण,लेखाधिकारी प्रांरभिक शिक्षा निदेशालय, बीकानेर।