विभाग बरतेगा सावधानियां–शिक्षा विभाग का कहना है कि बच्चों के लिए स्कूल खोलने के लिए विद्यालय में कोरोना के बचाव के लिए उपाय और सावधानियां बरती जाएगी। उनको पूरी तरह से अमल में लाया जाएगा। साथ ही कोविड-19 के लिए जारी पूरी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। इसके अन्तर्गत विद्यालय में सेनेटाइजर की व्यवस्था, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना, मास्क की अनिवार्यता और कैंटीन व खान-पान संबंधी पाबंदिया शामिल है।
अभिभावकों की बढ़ी परेशानी–राज्य भर में बढ़ते हुए कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या ने अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए और ज्यादा चिंतित कर दिया है। यदि 1 जुलाई से स्कूल खुलते भी हैं तो लगभग कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय में भेजने को तैयार नहीं होगा। इसका मुख्य कारण कोविड-19 का खौफ और इसकी भयावता है। स्कूल में किस परिवार का कौनसा विद्यार्थी कहां से आ रहा है। इसकी पूर्ण और सटीक जानकारी रखना विभाग के लिए संभव नहीं होगा।
बच्चों का स्वास्थ्य हमारे लिए सर्वोपरि है। विभाग को अभी स्कूल नहीं खोलने चाहिए, बच्चों में भी डर है कि पढ़ाई बाद में है स्वस्थ जीवन पहली प्राथमिकता है। हम वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए बच्चों को स्कूल भेजने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं है।
कुलदीप सहारण, अभिभावक व युवा व्यापारी 13 क्यू, श्रीगंगानगर
कुलदीप सहारण, अभिभावक व युवा व्यापारी 13 क्यू, श्रीगंगानगर
विभाग के आदेशानुसार स्कूल 1 जूलाई से शुरू किए जाएंगे। सभी शिक्षा अधिकारियों को विद्यार्थियों की सुरक्षा और कोविड-19 की एडवाइजरी का पालना करवाने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। -धर्मेन्द्र कुमार जोशी, संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा, बीकानेर