नगर परिषद प्रशासन की ओर से प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत एल ब्लॉक स्थित पंडित दीनदयाल वाटिका में आयोजित शिविर में लगातार दूसरे दिन भी धरने पर नेता प्रतिपक्ष और वार्ड40 की पार्षद डा.बबीता गौड़ की अगुवाई में धरने पर बैठे पार्षदों के साथ आयुक्त सचिन यादव ने वार्ता की।
इस वार्ता में लिखित समझौता किया गया। इसमें अगले पन्द्रह दिनों में आवारा श्वानों से निजात दिलाने के लिए नसबंदी योजना के तहत अटके टैण्डर को जारी करने, शहर में वंचित वार्डो में बीस बीस लाख रुपए के निर्माण कार्यो के लिए शुक्रवार को टैण्डर जारी करने, गली मोहल्ले की स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करने और ठेका कंपनी को पाबंद करने, स्वायत्त शासन विभाग से अनुमति मिलते ही वार्डो में सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाने का आश्वासन दिया गया है।
इधर, नेपाल से यहां जवाहरनगर सैक्टर तीन में चौकीदारी करने आए नेपाली युवक की आखिर मौत हो गई। उसने बुधवार शाम को सुरजीत सिह कॉलोनी में किराये के घर में अपना दम तोड़ दिया।
उसे करीब चार पांच महीने पहले आवारा श्वान ने काट लिया था लेकिन उसका उपचार समय पर नहीं कराया। धीरे धीरे उसके शरीर में रैबीज रोग पनप गया। उपचार के लिए जब तक परिजन और इलाके के पार्षद कमल नारंग बीकानेर तक दौड़ तब तक रैबीज का संक्रमण उसके पूरे शरीर में फैल गया था।
इस मामले को पार्षद नारंग ने नगर परिषद बोर्ड की नेता प्रतिपक्ष बबीता गौड़ के साथ एल ब्लॉक स्थित पार्क में प्रशासन शहरों के संग अभियान शिविर के दौरान धरना देकर यह मामला उठाया था। नारंग ने बताया कि काश, नगर परिषद प्रशासन पहले चेत जाता तो यह युवा चौकीदार की मृत्यु नहीं होती। सुरजीत सिंह कॉलोनी में किराये के कमरे में रहने वाले चौकीदार दूलाराम करीब चार पांच महीने पहले सेतिया कॉलोनी में आवारा श्वानों ने उसे काट लिया था लेकिन तय समय में इंजेक्शन नहीं लगाया तो धीरे धीरे उसकी हालत बिगडऩे लगी।
16अक्टूबर को बीकानेर पीबीएम में ले गए लेकिन वहां चिकित्सकों ने रैबीज संक्रमण फैलने की पुष्टि करते हुए उसे वापस घर पर ही उपचार करने की सलाह दी गई। घर पर एक बंद कमरे में रखा जाता था। उसे पानी और रोशनी से भय लगने लगता था। यह चौकीदार मूल रूप से नेपाल का रहने वाला था।