एक घंटे की बरसात से शहर पानी से लबालब
श्री गंगानगरPublished: Sep 20, 2023 11:41:46 pm
City filled with water after one hour of rain- नगर परिषद के इंतजामों का फूला दम, देर रात तक अटकी निकासी


एक घंटे की बरसात से शहर पानी से लबालब
श्रीगंगानगर। इलाके में एकाएक आई बरसात ने नगर परिषद और यूआईटी की ओर से पानी निकासी के इंतजामों को हकीकत बयां कर दी। बरसात थमने के करीब ढाई घंटे बाद नगर परिषद प्रशासन निकासी के लिए सिर्फ मंथन करता नजर आया। इधर, चहल चौक से लेकर पुरानी आबादी के उदाराम चौक तक शहर की अधिकांश गलियां पानी से लबालब नजर आई। जलमग्न इन गलियों को क्रॉस कर अपने गंतव्य स्थल पर पहुंचने वाले दुपहिया वाहन चालकों का दम फूलने लगा। कई वाहनों के इंजन में पानी घुसने से खराबी हुई तो पैदल ही अपने वाहनों को घीसने को मजबूर हुए। शहर के ब्लॉक एरिया, रवीन्द्र पथ, पुरानी आबादी रवि चौक, उदाराम चौक, ताराचंद वाटिका क्षेत्र, बीरबल चौक, इंदिरा कॉलोनी, सुखाडि़या सर्किल, सुखाडि़या शॉपिंग सैंटर, सुखाडि़या नगर, हाउसिंग बोर्ड, जवाहरनगर, गगन पथ, सेतिया कॉलोनी, आदर्शनगर, मुकर्जीनगर, विनोबा बस्ती आदि एरिया ज्यादा प्रभावित नजर आया। जिन घरों और दुकानों का लेवल सड़क तक था, वहां ज्यादा नुकसान होने का अंदेशा बना रहा। पानी निकासी नहीं होने के कारण कई घरों के अंदर तक पानी प्रवेश कर गया। नगर परिषद के स्वास्थ्य अधिकारी देवेन्द्र प्रताप सिंह राठौड़ का कहना हैं कि एक साथ बरसात आने पर पानी निकासी रुटिन के अनुरुप हो सकेगी। उन्होंने दावा किया कि देर रात तक पूरे शहर से पानी निकासी के इंतजाम किए जा रहे हैं। गडढा क्षेत्र में दो-दो पंखी लगाकर पानी निकासी कराई जा रही हैं।
इस बरसात से सबसे ज्यादा गुरुनानक बस्ती एरिया प्रभावित हो गया। पिछले साल पन्द्रह जुलाई को हुई बरसात के दौरान इस क्षेत्र के कई घरों को अधिक नुकसान पहुंचा था। गडढा क्षेत्र से सटे इस इलाके में ज्यादातर लोग दिहाड़ी मजदूरी वालें है, कई मकान काफी पुराने बने हुए हैं। गडढा क्षेत्र पर मिटटी डालकर बने इन मकानों को बेचान करने की हौड़ सी मच गई थी। बुधवार को हुई बरसात में अधिकांश गलियों में पानी पसर गया तो कई घरों में पानी घुसने की बात सामने आई हैं।
इस बीच, नगर परिषद प्रशासन का कहना है कि गुरुनानक बस्ती के गडढा क्षेत्र और पुरानी आबादी गडढा क्षेत्र से पानी की पाइप लाइन को साधुवाली लिंक चैनल से जोड़ा गया था, बुधवार को हुई बरसात के बाद इन दोनों क्षेत्रों से पानी लिंक चैनल तक पहुंचाया जा रहा हैं। ज्यादा जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त मोटरें लगाई जाएगी। नगर परिषद के स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार इन दोनों गड्ढा क्षेत्र में पानी निकासी के पुख्ता इंतजाम करने के लिए लगातार मॉनीटरिंग की जा रही हैं।
उधर, आगामी विधानसभा चुनाव के दावेदारों और उनके समर्थकों ने नगर परिषद प्रशासन को फोकस करते हुए वीडियो बनाकर वायरल किए। बरसात के बाद एकाएक पानी निकासी नहीं होने पर फंसे वाहनों और परेशान हुए राहगीरों की वीडियो और फोटोग्राफी कर सोशल मीडिया में पोस्ट कर कॉमेंट किए। इन लोगों का कहना था कि नगर परिषद के जिम्मेदारों ने सही ढंग से काम किया होता तो हालात अलग नजर आते।
इस बीच, चहल चौक के पास कुम्हार धर्मशाला के बाहर दुकानदारों की ओर से मुख्य नाले पर पक्का निर्माण करने से पानी निकासी अटकी रही।
इस चौक से लेकर एलआईसी ऑफिस तक सड़क लबालब रही। यही हाल इंदिरा वाटिका क्षेत्र का रहा।। यहां भी मुख्य नाले की सफाई नहीं होने से पानी नाले से आगे सिरकने की बजाय सड़कों पर पसरने लगा। इधर, तहसील कार्यालय भवन के आगे पूरी रोड डूबी रही। इस रोड के दोनों छोर पर मुख्य नाले की सफाई कराने के लिए नगर परिषद और यूआईटी एक दूसरे का क्षेत्राधिकार बताकर चुप्पी साध ली।
वहीं, शहर के सभी मुख्य मार्गो पर पानी अत्यधिक भरने के बाद राहगीरों ने अपने कदम रोक लिए। इन रास्तों की बजाय उन सुरक्षित मार्गो को तलाशा जहां पानी कम था। गंगासिंह चौक क्षेत्र से जवाहरनगर या पुरानी आबादी एरिया में जाने वाले राहगीरों को काफी परेशानी हुई। यही हाल स्कूटी सवार लोगों का था। ई स्कूटी पानी में प्रवेश करते ही बंद होने लगी तो पेट्रोल से संचालित स्कूटी सवार लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ी। इधर, टैम्पों चालकों ने बाजार से जवाहरनगर एरिया के लिए बीस रुपए की बजाय पचास रुपए प्रति सवारी के दाम मांगे।
जिन जिन वार्डो में वाटर लाइन और सीवर लाइन बिछाई गई हैँ, वहां ज्यादातर सड़कों की हालत अब तक नहीं सुधरी हैं। भगतसिंह चौक से गंगासिंह चौक तक सड़क के बीचों बीच वाटर लाइन बिछाने के बाद यह सड़क धंस चुकी हैं। इस बरसात में दुपहिया वाहन गिरते गिरते बचे तो कईयों को नुकसान झेलना पड़ा। यही हाल इंदिरा कॉलोनी, अग्रसेननगर, जाखड़ कॉलोनी एरिया का था। इन इलाकों में वाटर लाइन बिछाने के बाद फिर से तकनीकी काम शुरू करने के लिए फिर से गडढे खोद रखे है।