इससे पहले वन विभाग के पास एक शिकायत आई थी कि शिव चौक से राजकीय जिला चिकित्सालय तक बनने जा रही सर्विस रोड पर खड़े कई पेड़ों को हटाया नहीं है। जिन पांच पेड़ों को हटाया है, उस संबंध में अनुमति नहीं ली है। ऐसे में मनमर्जी से पेड़ उखाडऩे के लिए ठेकेदार फिराक में है। ऐसे में वन विभाग ने न्यास प्रशासन को बिना अनुमति पेड़े हटाने के संबंध में जवाब मांग लिया।
शुक्रवार को न्यास परिसर में एईएन रवीन्द्र जैन और एक्सईएन संदीप नागपाल दोनों अधिकारी इस सर्विस रोड के संबंध में नेशनल हाइवे ऑथोरिटी से अनुमति के संबंध में दस्तावेज लाने के लिए उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन करने के संबंध में माथापच्ची करते रहे। ज्ञात रहे कि चार मार्च को यूआईटी अध्यक्ष संजय महिपाल ने शिव चौक के पास इस सर्विस रोड का शुभारंभ कार्यक्रम में दावा किया था कि यह रोड एक महीने में बन जाएगी, लेकिन दो महीने बीतने के बावजूद स्थिति ज्यों की त्यों है।
दुकानदारों को अनुचित लाभ
नेशनल हाइवे किनारे सर्विस रोड पर छोटे डिवाइडर बनाने से दुकानदारेां को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। ठेकेदार के कारीगर भी स्वीकारते हैं कि इस डिवाइडर से आमजन को सुविधा की बजाय दुविधा रहेगी, लेकिन दुकानदारों को उनकी दुकान के आगे सामान रखने में आसानी रहेगी। वहीं कई होटल और रिसोर्ट के आगे वाहन खड़े करने में फायदा रहेगा, लेकिन आमजन को परेशानी होगी। इस बीच एईएन रविन्द्र जैन ने बताया कि डिवाइडर के निर्माण में नियम कायदों की बकायदा पालना की जा रही है। नेशनल हाइवे ऑथोरिटी के नियमों के अनुरुप यह डिवाइडर बनाया जा रहा है।