मामले की जानकारी मिलने पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष व चाइल्ड लाइन जिला समन्वयक सहित अन्य सदस्य शनिवार रात को अस्पताल पहुंचे और छात्रा से काउंसलिंग की लेकिन वह कोई नाम नहीं बता पा रही है। वहीं माता-पिता मजदूरी कर अपना गुजारा करते हैं। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने संबंधित थाना प्रभारी को मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार सूरतगढ़ इलाके की रहने वाली 16 वर्षीया छात्रा दसवीं कक्षा की छात्रा है। उसकी तबीयत खराब होने के कारण परिजन उसे लेकर शुक्रवार की रात को यहां राजकीय चिकित्सालय में पहुंचे थे। जहां डॉक्टरों ने जांच की तो पता चला कि वह पांच माह की गर्भवती है।
जिसकी जानकारी डॉक्टरों ने उसके परिजनों को दी। यह जानकारी मिलते ही परिजनों के होश उड़ गए। जबकि छात्रा काफी घबरा गई और उसका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वह कुछ बता नहीं पा रही है। इस मामले की जानकारी मिलने पर शनिवार रात को बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अधिवक्ता लक्ष्मीकांत सैनी, सदस्य जगदीश चंदेल, प्रभा शर्मा, चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक त्रिलोक वर्मा व टीम सदस्य आसिफ अली राजकीय चिकित्सालय पहुंचे और वहां छात्रा व परिजनों से कांउसलिंग की।
जहां पता चला कि छात्रा के माता-पिता मजदूरी करते हैं और उनको इस संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। जब छात्रा से कांउसलिंग हुई तो वह कुछ भी नहीं बता पा रही है। वह काफी घबराई हुई और रो रही है। छात्रा यहां इलाज के लिए महिला वार्ड में भर्ती किया गया है।
इस मामले को लेकर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने संंबंधित थाना प्रभारी को एफआईआर दर्ज कर छात्रा के बयान लेने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने बताया कि ऐसा लगता है कि परिवार व छात्रा पर काफी दबाव है। इसलिए वे कुछ नहीं बता पा रहे हैं। छात्रा को न्याय दिलाया जाएगा।
पहले हुआ था ऐसा ही घटनाक्रम – 24 अगस्त को रायसिंहनगर इलाके की एक नाबालिग को यहां राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जहां उसने एक बच्ची को जन्म दिया था। इस मामले में पता चला कि बहन की तबीयत खराब होने पर उसका जीजा उसे घर ले गया और मौका पाकर उससे बलात्कार किया।
इसके बाद वह लगातार उसका देहशोषण करता रहा। जिससे वह गर्भवती हो गई। परिजन उसे अनूपगढ़ ले गए, जहां से उसे रायसिंहनगर भेज दिया था। रायसिंहनगर चिकित्सालय से उसे यहां राजकीय चिकित्सालय भेजा था। जहां जांच में वह गर्भवती निकली और उसने एक बच्ची को जन्म दिया था।