वार्ड नंबर चार के पार्षद सुभाष खटीक ने बताया कि नगरपरिषद की ओर से करीब पांच दिन पहले सफाई व्यवस्था का ठेका खत्म कर दिया गया। इसके चलते उनके वार्ड सहित करीब सोलह वार्डों में सफाई व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। अब नए टेंडर डाले गए हैं, जो 18 मई को खुलेंगे। करीब एक माह तक सफाई व्यवस्था ऐसे ही रहेगी। शहर में सफाई व्यवस्था नगर परिषद का प्राथमिक कार्य है लेकिन इस गंभीर समस्या पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया। शहर के इन सोलह वार्डों में स्थिति बिगड़ सकती है।
पचास वार्डों में बांटे 490 सफाईकर्मी
– नगरपरिषद अधिकारियों ने बताया कि सफाई ठेका खत्म होने के कारण नए टेंडर लिए गए हैं। यह टेंडर 18 मई को खुलेंगे। इसके बाद ही शहर में सफाई व्यवस्था सही हो सकेगी। अभी नगरपरिषद के पास 490 सफाईकर्मी हैं, जिनको शहर के पचास वार्डों में सफाई व्यवस्था के लिए बांट दिया है। टेंडर खुलने के बाद सफाई व्यवस्था पटरी पर आ जाएगी।
आयुक्त ने जनता से किया अनुरोध
– नगरपरिषद आयुक्त ने शहर की जनता व दुकानदारों से अनुरोध किया है कि 18 मई तक टेंडर खुलने तक सफाई व्यवस्था में मदद करें और इधर-उधर कचरा नहीं डालें। शहर में सफाई व्यवस्था सुचारु रखने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। परिषद के सफाईकर्मियों को सफाई व्यवस्था में लगाया है। शहर को देखते हुए इनकी संख्या कम है।
– सफाई ठेका खत्म होने से शहर में सफाई तो हो रही है लेकिन कम हो गई है। 18 मई को टेंडर खुलने के बाद सफाई व्यवस्था पटरी पर आ जाएगी। जहां पहले बीस सफाईकर्मी लगते थे, वहां आज तीन-चार लगे हैं। इससे लोगों को दिक्कत हो रही है।
सुनीता चौधरी, आयुक्त नगरपरिषद श्रीगंगानगर।