scriptकॉमिक्स से होगी बच्चों की पढ़ाई, रट्टा नहीं रचनात्मक सोच को मिलेगा बढ़ावा | Comics will teach children, creative thinking will not be encouraged | Patrika News

कॉमिक्स से होगी बच्चों की पढ़ाई, रट्टा नहीं रचनात्मक सोच को मिलेगा बढ़ावा

locationश्री गंगानगरPublished: Apr 03, 2021 10:45:11 am

Submitted by:

Krishan chauhan

-तीसरी से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए लौटा पुराना जमाना….-दीक्षा पर 25 करोड़ से ज्यादा अधिगम सत्र

कॉमिक्स से होगी बच्चों की पढ़ाई, रट्टा नहीं रचनात्मक सोच को मिलेगा बढ़ावा

कॉमिक्स से होगी बच्चों की पढ़ाई, रट्टा नहीं रचनात्मक सोच को मिलेगा बढ़ावा

-तीसरी से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए लौटा पुराना जमाना….
कॉमिक्स से होगी बच्चों की पढ़ाई, रट्टा नहीं रचनात्मक सोच को मिलेगा बढ़ावा
-दीक्षा पर 25 करोड़ से ज्यादा अधिगम सत्र
श्रीगंगानगर.कोरोना काल ने शिक्षण और अधिगम को एक नई दिशा और सोच दी है। जिससे पिछले एक साल में ऑनलाइन शिक्षा का प्लेटफॉर्म लगातार सुदृढ़ हुआ है। इस कड़ी में ऑनलाइन डिजिटल शिक्षण के साथ-साथ आनंददायक पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् के पाठ्यक्रम आधारित कॉमिक्स पुस्तकें जारी की हैं। देश भर में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध स्कूलों जुड़े एक हजार से अधिक शिक्षकों ने इन कॉमिक्स को तैयार किया है। उल्लेखनीय है कि बच्चों की रुचि को देखते हुए 100 से अधिक कॉमिक्स किताबें विषयवार तैयार की गई हैं। जिसमें महत्वपूर्ण विषयों को अब विद्यार्थी सचित्र पढ़ व देख सकेंगे।
-कहानी को पिरोया किरदारों में
इन किताबों के माध्यम से बच्चों को संकल्पना समझाने और आम जनजीवन से जुड़ी गतिविधियों से संबंध जोडऩे की ओर ले जाने को प्रमुखता दी गई है। इसीलिए शिक्षण में नवाचार को बढ़ावा देते हुए कामिक बुक तैयार किए गए हैं। एनसीईआरटी किताबों के बिंदुओं पर आधारित इन कामिक बुक को इस तरह कहानियों के किरदारों को पिरोया गया है जिससे हर कोई स्वयं को जुड़ा हुआ महसूस करेगा। छोटे बिंदुओं को तस्वीरों और वर्कशीट से सुसज्जित किया गया है।
-एक क्लिक से पढ़ेगें बच्चे
कॉमिक्स किताबों को दीक्षा पोर्टल या दीक्षा मोबाइल एप पर देखा व पढ़ा जा सकता है। इसके लिए दीक्षा एप पर यूजर प्रोफाइल बनाकर सीबीएसई या एनसीईआरटी का चयन करना होगा। इसके बाद संबंधित कक्षा की कामिक बुक को एक क्लिक में पढ़ा जा सकता हैं। इसका उद्देश्य पढ़ाई के साथ ही बच्चों में सांस्कृतिक और सामाजिक सतर्कता को बढ़ावा देना है।
-प्रदेश में 1 करोड़ 20 लाख से ज्यादा लर्निंग सेशन
29 मार्च 2021 की रिपोर्ट के अनुसार दीक्षा पोर्टल और एप के जरिए अब तक 25 करोड़ 78 लाख से अधिक लर्निंग सेशन किए जा चुके हैं। यह आंकड़ा देश के 37 राज्यों व केंद्र शासित प्रदशों का है जिनमें औसत लर्निंग सेशन 69.69 लाख है। इस दौरान अधिकतम 8.21 करोड़ से अधिक और न्यूनतम 4760 सेशन हुए हैं। जबकि राजस्थान से अब तक 1,20,45,586 लर्निंग सेशन हुए हैं।
-यें हैं कॉमिक्स प्रमुख विशेषताएं-
-प्रत्येक कॉमिक्स को छोटे छोटे भागों में बांटा गया है जो वर्कशीट द्वारा समर्थित होगा।
-इन कॉमिक्स इस तरह बनाया गया है जो बच्चों के बुनियादी अवधारणाओं को समझने और सीखने के अंतराल को कम करने में मदद करेगा।
-इनमें शैक्षणिक सामग्री के निर्माण, जीवन कौशलों के प्रयोग, लैंगिक संवेदनशीलता, महिला सशक्तिकरण व नैतिक शिक्षा की बारीकियों को जोडऩे पर विशेष ध्यान दिया गया है।
.इन कॉमिक्स में कक्षा-3 से 12वीं तक के एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के विषय सम्मिलित हैं। विद्यार्थी इन्हें दीक्षा एप के वाट्सएप चैटबोट पर भी पढ़ सकते हैं। फिलहाल ये किताबें ऑनलाइन पीडीएफ फॉर्म में अपलोड हैं।
-भूपेश शर्मा,समन्वयक,विद्यार्थी परामर्श केंद्र, शिक्षा विभाग,श्रीगंगानगर
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