श्रीगंगानगर से पांच सितंबर को श्रीगंगानगर-कोटा व श्रीगंगानगर कोटा वाया झालावाड़ के लिए स्पेशल गाड़ी शुरू की गई है। तीन दिन से रेल में बहुत कम यात्री सफर कर रहे हैं जहां पहले दिन 49 और दूसरे दिन 111 और सोमवार को तीसरे दिन महज 26 यात्रियों ने ही बुकिंग करवाई है। रेलवे अधिकारियों का तर्क है कि सवा पांच माह से रेल सेवाएं ठप पड़ी है और अब श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन से एक गाड़ी 15 सितंबर तक शुरू की गई।
इसमें भी यात्री भार बहुत कम हो रहा है। इसका मुख्य कारण कोरोना संक्रमण का डर अभी भी यात्रियों में है। जबकि रेलवे पूरी गाड़ी को सैनेटाइज, मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग व एक-एक यात्री की स्क्रीनिंग करने के बाद ही गाड़ी में सफर करने की अनुमति दी जा रही है। इसके बावजूद यात्रियों में कोरोना संक्रमण की वजह से यात्री घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। जबकि कोरोना संक्रमण काल से पहले श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन से श्रीगंगानगर-कोटा एक्सप्रेस गाड़ी में 500 यात्री प्रतिदिन यहां से सवार होते थे जबकि अब चार-पांच प्रतिशत ही यात्रा भार मिल रहा है।
दिनांक यात्री 5 सितंबर 49
6 सितंबर 111 7 सितंबर 26
सरहदी क्षेत्र में ट्रेन नहीं, सेना के जवान परेशान जयपुर से कुछ मार्गों पर रेल सेवा संचालित की जा रही है। जबकि सरहदी क्षेत्र श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर व जम्मू आदि के लिए भी कोई ट्रेन की सुविधा नहीं है। अधिकारी भी इसको अनदेखा कर रहे हैं। श्रीगंगानगर जिले में जिला मुख्यालय, लालगढ़ छावणी, सूरतगढ़ छावनी, अनूपगढ़ बीएसएफ जवान बड़ी संख्या में यहां पर सैना के जवान ड्यूटी करते हैं। जबकि यहां तैनात सेना के जवानों की आवाजाही में बहुत ज्यादा दिक्कत हो रही है। हालांकि रेलवे ने श्रीगंगानगर से कोटा व झालावाड़ के लिए स्पेशल ट्रेन 15 सितंबर तक शुरू की है। साथ ही बीकानेर के लिए भी विद्यार्थियों की परीक्षा को देखते हुए ट्रेन शुरू की है।
श्रीगंगानगर से कोटा के लिए स्पेशल गाड़ी शुरू की गई। पहले दिन यात्री कम थे और दूसरे दिन ठीक थे लकिन सोमवार को यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई। कोरोना संक्रमण की वजह से यात्री कोई बाहर जाना नहीं चाहता है। इस कारण गाड़ी में यात्री भार कम मिल रहा है।