इसके मद्देनजर सेंट्रल आर्गेनाइजेशन फोर रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन जयपुर मुख्यालय के मुख्य अभियंता एसएम खींची, रोहतक से उप मुख्य अभियंता प्रदीप कुमार, बीकानेर रेल मंडल के सीनियर डीडब्ल्यूई राजेन्द्र, डीडब्ल्यूई भगवान सिंह ने बुधवार को रंगमहल से सूरतगढ़ व बिरधवाल तक मुख्य ट्रेक के विद्युतीकरण कार्य का बारीकी से निरीक्षण किया।
मुख्य अभियंता ने टावर वैगन निरीक्षण यान के साथ विद्युतीकृत ट्रेक की गहन जांच की। इस दौरान नागरिक संघर्ष समिति रेल संयोजक लक्ष्मण शर्मा व सचिव मदन औझा ने मुख्य अभियंता से मिलकर रेल संबंधित समस्याएं रखीं।
-पुराने एफओबी को लेकर पशोपेश स्थानीय रेलवे स्टेशन पर करीब तीन दशक पुराना फुट ओवरब्रिज रेलवे ऊंचाई कम होने के कारण विद्युतीकरण कार्य में बाधा बना हुआ है। इस कारण रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन (आरई) विभाग मुख्य ट्रेक को ही विद्युतीकृत कर सका है।
लेकिन जनता के विरोध को देखते हुए रेलवे इस एफओबी को हटाने को लेकर पशोपेश में है और अब तक कोई निर्णय नहीं कर सका है। मुख्य अभियंता एसएम खिंची ने बताया कि वर्ष 2022 तक सम्पूर्ण उत्तर पश्चिम रेलवे को विद्युतीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसको लेकर बेहद तेज गति से काम चल रहा है।