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साइबर क्राइम: बुजुर्ग महिला को किया डिजिटल एरेस्ट, सीबीआई अ​धिकारी बनकर की एक करोड़ से अ​धिक की ठगी

- फर्जी अफसर ने पहले बातों में ली परिवारिक सदस्यों की पूरी जानकारी फिर धमकाकर खाते में डलवाई रकम

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श्रीगंगानगर। इलाके में साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग महिला डिजिटल एरेस्ट होकर एक करोड़ साढ़े पांच लाख रुपए की ठगी का ​शिकार हो गई। फर्जी सीबीआई बनकर इस बुजुर्ग महिला को इतना मानसिक रूप से प्रताडि़त किया कि वह उसके बताए खाते में अपनी जमापूंजी में अंतरित कर दी। इस संबंध में साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया है। चूनावढ़ क्षेत्र गांव 22 एमएल निवासी 69 वर्षीय जसविन्द्र कौर पत्नी सोहनसिह ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके दो बेटे हैँ, एक बेटा हरप्रीत सिंह कनाडा और दूसरा पवनदीप सिंह आस्ट्रेलिया रहता हैं। तीन साल पहले उसने और उसके पति ने 32 बीघा भूमि का बेचान किया था, इसके एवज में मिली रा​शि में से नौ बीघा भूमि खरीद कर ली और शेष रा​शि अलग अलग बैँक खातों में जमा की गई। 15 नवम्बर 2024 को एक अज्ञात कॉलर ने खुद को दिल्ली में सीबीआई अ​धिकारी बताते हुए परिचय दिया। उसने धमकाया कि बैँक खातों में फर्जी तरीके से काफी रा​शि जमा हुई हैं। फडिंगरा​शि जमा के संबंध में सीबीआई की ओर से केस दर्ज किया जा रहा हैं। पहली बार आई कॉल में करीब दस मिनट और दूसरी कॉल में करीब चालीस मिनट का समय लगाया। इस बातचीत के दौरान उसे परिवारिक सदस्यों के बारे में पूरी डिटेल मांग ली। इस कॉलर बने सीबीआई ने फिर धमकाया कि यदि अभी सैटलमेंट नहीं किया तो गिरफतार करने के लिए आएंगे। अगले दिन इस कॉलर ने एक बैंक खाता भी दिया यह खाता भोपाल के शाहपुरा के बैँक का था। उसके बताए अनुसार कुल रा​शि एक करोड़ पांच लाख 59 हजार 960 रुपए जमा करवा लिए। जब इस घटना के बारे परिचितों के बताई तो ठगी होने का अहसास हुआ। इस मामले की जांच साइबर थाने के प्रभारी डीएसपी कुलदीप वालिया को दी गई है।