इससे गुस्साए परिजनों ने रविवार सुबह अस्पताल के समक्ष शव रखकर धरना शुरू कर दिया। वे चिकित्सकों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। मौके पर पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाइश की। कई दौर की वार्ता हुई लेकिन ग्रामीण एवं परिजन नहीं मानें।
ग्रामीण चिकित्सकों की गिरफ्तारी पर अड़े हुए हैं। यही कारण है कि खुलेआसमान के नीचे सर्द रात में भी ग्रामीण व परिजन शव के साथ धरने पर बैठे रहे। मृतका के परिजनों ने अस्पताल संचालक, चिकित्सकों आदि की गिरफ्तारी से पहले धरना समाप्त करने व पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है। सोमवार दोपहर तक धरना जारी था। अधिकारी समझाइश में लगे हुए हैं। पुलिस ने परिवाद के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है लेकिन ग्रामीण नहीं मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की लापरवाही से महिला की मौत हुई है।
जानकारी के अनुसार रावतसर के हरदासवाली निवासी विवाहिता 38 वर्षीय सावित्री देवी शर्मा पत्नी कृष्णलाल शर्मा मामूली पेट दर्द की दवा लेने डॉ. हनुमानसिंह नेहरा मैमोरियल जयपुर मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल व ट्रोमा सेंटर गई। वहां ऑपरेशन कैम्प लगा हुआ था। अन्य शहरों के चिकित्सक आकर कथित तौर पर कम शुल्क में ऑपरेशन कर रहे थे।
वहां 26 दिसम्बर को सावित्री देवी की जांच के बाद उसकी बच्चादानी में गांठ बताकर ऑपरेशन का परामर्श दिया गया। इसके बाद 28 दिसम्बर को उसे ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया गया। फिर शनिवार दोपहर सोनेन्द्र शर्मा, डॉ रजनीश, कालूराम शर्मा, डॉ. संजीव चौधरी व डॉ. महेन्द्र शर्मा उसे ऑपरेशन थिएटर ले गए।
ग्रामीण चिकित्सकों की गिरफ्तारी पर अड़े हुए हैं। यही कारण है कि खुलेआसमान के नीचे सर्द रात में भी ग्रामीण व परिजन शव के साथ धरने पर बैठे रहे। मृतका के परिजनों ने अस्पताल संचालक, चिकित्सकों आदि की गिरफ्तारी से पहले धरना समाप्त करने व पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है। सोमवार दोपहर तक धरना जारी था। अधिकारी समझाइश में लगे हुए हैं। पुलिस ने परिवाद के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है लेकिन ग्रामीण नहीं मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की लापरवाही से महिला की मौत हुई है।
जानकारी के अनुसार रावतसर के हरदासवाली निवासी विवाहिता 38 वर्षीय सावित्री देवी शर्मा पत्नी कृष्णलाल शर्मा मामूली पेट दर्द की दवा लेने डॉ. हनुमानसिंह नेहरा मैमोरियल जयपुर मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल व ट्रोमा सेंटर गई। वहां ऑपरेशन कैम्प लगा हुआ था। अन्य शहरों के चिकित्सक आकर कथित तौर पर कम शुल्क में ऑपरेशन कर रहे थे।
वहां 26 दिसम्बर को सावित्री देवी की जांच के बाद उसकी बच्चादानी में गांठ बताकर ऑपरेशन का परामर्श दिया गया। इसके बाद 28 दिसम्बर को उसे ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया गया। फिर शनिवार दोपहर सोनेन्द्र शर्मा, डॉ रजनीश, कालूराम शर्मा, डॉ. संजीव चौधरी व डॉ. महेन्द्र शर्मा उसे ऑपरेशन थिएटर ले गए।
आरोप है कि कुछ समय बाद आरोपी कालूराम शर्मा व डॉ. सोनेन्द्र शर्मा ने थिएटर से बाहर आकर कहा कि गांठ बड़ी है, इसलिए ज्यादा फीस लगेगी। परिजनों ने सही उपचार की बात कहते हुए सहमति जता दी। शनिवार शाम आरोपियों ने मृतका का बीपी कम व ह्रदयघात होना बताते हुए एम्बूलेंस में डाल हनुमानगढ़ रेफर कर दिया।
उसे हनुमानगढ़ के हिसारिया अस्पताल ले जाया गया, वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित करते हुए बताया कि महिला की मौत दो घंटे पहले ही हो चुकी है। इसके बाद परिजन विवाहिता के शव को लेकर रावतसर स्थित नेहरा अस्पताल गए। वहां पहुंचे तो सभी चिकित्सक फरार हो गए।
आक्रोशित परिजनों ने विवाहिता के शव को एम्बुलेंस में अस्पताल के बाहर रखा। फिर रविवार सुबह चिकित्सकों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया। मृतका के दो पुत्र व एक पुत्री सहित तीन संतान है। मृतका का पीहर गांव बरमसर में है।
एसडीएम डॉ. अवि गर्ग, डीएसपी दिनेश राजोरा व थाना प्रभारी अरविंद बेरड़ मौके पर पहुंचे। मृतका के पति ने थाना प्रभारी को मामला दर्ज कराने को लेकर परिवाद सौंपा। धरने में मौजूद नागरिकों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर चिकित्सालय को गरीबों की जेब काटने वाला स्थान बताते हुए उसे सीज करने, ऑपरेशन थिएटर संचालन का अनुज्ञा पत्र व कार्यरत चिकित्सकों के समस्त दस्तावेज एवं प्रमाण पत्रों की जांच करने तथा आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी करने की मांग की। एसडीएम ने शीघ्र नियमानुसार कार्यवाही का भरोसा दिलाया।
चिकित्सालय सीज
विरोध प्रदर्शन के दृष्टिगत पुलिस व प्रशासन ने डॉ. नेहरा हॉस्पिटल को सीज कर दिया। वहां भर्ती मरीजों को पहले सीएचसी की एम्बूलेंस में जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। फिर अस्पताल सीज किया गया। धरना स्थल पर विधायक धर्मेन्द्र मोची, भाजपा प्रदेश महामंत्री कैलाश मेघवाल, पालिका उपाध्यक्ष कृष्णलाल शर्मा, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष विष्णु जोशी, कांग्रेस नेता जितेन्द्र गोयल, राजेश पोहडक़ा आदि मौजूद रहे।
विरोध प्रदर्शन के दृष्टिगत पुलिस व प्रशासन ने डॉ. नेहरा हॉस्पिटल को सीज कर दिया। वहां भर्ती मरीजों को पहले सीएचसी की एम्बूलेंस में जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। फिर अस्पताल सीज किया गया। धरना स्थल पर विधायक धर्मेन्द्र मोची, भाजपा प्रदेश महामंत्री कैलाश मेघवाल, पालिका उपाध्यक्ष कृष्णलाल शर्मा, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष विष्णु जोशी, कांग्रेस नेता जितेन्द्र गोयल, राजेश पोहडक़ा आदि मौजूद रहे।