प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे के वार्ड के छह के देवीलाल (60) पुत्र हरिराम की तबीयत बिगडऩे पर शनिवार सुबह करीब चार बजे परिजन प्रभारी डॉ. सुधीर अरोड़ा के आवास पर ले गए। डॉ.अरोड़ा ने रोगी को चिकित्सालय ले जाने की बात कही। इस पर देवीलाल को चिकित्सालय में भर्ती करवा दिया गया। सुबह करीब साढ़े सात बजे रोगी की हालत बिगडऩे पर परिजनों ने चिकित्सकों को बुलाया लेकिन चिकित्सक नहीं पहुंचे। सुबह करीब पौने नौ बजे डॉ.शिवकुमार बिश्रोई मौके पर पहुंचे और उन्होंने रोगी को इंजेक्शन लगाए लेकिन रोगी को बचाया नहीं जा सका।
घटना की जानकारी मिलने पर वाल्मीकि समाज के लोग मौके पर एकत्र हो गए और उन्होंने मामले की जांच की मांग करते हुए चिकित्सालय पर धरना लगा दिया।
रोगी के परिजनों और वाल्मीकि समाज के लोगों का आरोप था कि रोगी की मौत के बाद उसे इंजेक्शन दिए गए तथा संबंधित चिकित्सक बुलाने के बावजूद समय पर चिकित्सालय नहीं पहुंचे । इससे रोगी की मौत हो गई। इस संबंध में दोपहर करीब बारह बजे तक धरना जारी था। इस मामले में चिकित्सालय प्रभारी डॉ.सुधीर अरोड़ा और अन्य चिकित्सक डॉ.शिवकुमार बिश्रोई को एपीओ कर दिया गयाहै। विधायक गुरमीत कुन्नर भी मौके पर पहुंचे तथा रोगी के परिजनों और वाल्मीकि समाज के लोगों से बातचीत कर समझाइश का प्रयास किया। परिजन एक अन्य चिकित्सक को भी एपीओ करने की मांग पर अड़े हुए हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.नरेश बंसल ने बताया कि पदमपुर में रोगी की मौत की जानकारी मिली है। परिजनों से वार्ता कर मामला सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं।