जिलाध्यक्ष सीता स्वामी की अगुवाई में इन महिलाओं ने चिकित्सक के कथित दुव्यर्वहार पर जमकर नारेबाजी की। इन आशा सहयोगिनों का कहना था कि एक ओर राज्य सरकार आशा सहयोगिनों को न्यूनतम मानदेय कर राज्य कार्मिक की तरह पूरा काम करवा रहा है, इसके बावजूद चिकित्सालय में चिकित्सा अधिकारी या चिकित्सक विनम्रता व्यवहार की बजाय दुव्यर्वहार करने लगे है। इसे कतई सहन नहीं किया जाएगा।
इस प्रदर्शन के उपरांत जिला कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते को ज्ञापन दिया। इसमें बताया गया कि दौलतपुरा गांव की आशा सहयोगिन वीरपाल कौर जब 22 फरवरी को एक प्रसूता को लेकर चिकित्सालय में पहुंची तो वहां महिला चिकित्सक ने उसे गालियां निकाली। ओलमा दिया तो उसे धक्का मार कर लेबर रूम से बाहर निकाल दिया। इस मामले को में कलक्टर ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
इससे पहले जिला महामंत्री उषा वर्मा का कहना था कि इस प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत की गई है। प्रदर्शन करने के दौरान संगठन की कोषाध्यक्ष मनीषा तिवाड़ी, अंजू रानी, जसप्रीत कौर, रेनू बसंत, अनीता, राजवीर, मीनू, प्रवीणबाला, श्यामादेवी, कुमकुम पांडेय, किरणदेवी, प्रेमवती, संगीता सिंह, सुदेश रानी, रीतू श्रीवास्तव, सीमा, सोमादेवी, सरस्वती आदि मौजूद थी।
इसके उपरांत इन महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक को भी ज्ञापन दिया।