इस दौरान उपखंड अधिकारी उम्मेद ङ्क्षसह रतनू की अगुवाई में टीम ने जवाहरनगर सैक्टर एक स्थित सरस्वती पब्लिक स्कूल और तहसील कार्यालय के पास सरस्वती पाठशाला स्कूल की चैकिंग की। वहां पहले की तरह दोनों स्कूल संचालित हो रहे थे। वहां स्टाफ अपनी अपनी कक्षाओं में बच्चों को अध्यापन में लगा था। उपखंड अधिकारी ने इन दोनों स्कूलों की तत्काल छुट्टी कराई और पांच पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
हालांकि सरस्वती पब्लिक स्कूल के निदेशक राजेन्द्र लोहिया ने बोर्ड परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को रिवीजन कार्य के लिए बुलाने का दावा किया लेकिन एसडीएम की टीम ने यह तर्क स्वीकार नहीं किया। इन स्कूल संचालकों को भविष्य में जिला प्रशासन के आदेश का उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई के लिए निर्देश देते हुए शिक्षण संस्थाएं बंद रखने के लिए पाबंद भी किया। एसडीएम ने मौके पर तहसीलदार संजय अग्रवाल के अलावा जवाहरनगर सीआई विश्वजीत सिंह को भी बुला लिया।
टीम आने पर मची खलबली, अन्य स्कूलों में हुई छुट्टी इन दोनों स्कूलों में प्रशासन की इस टीम के पहुंचते ही खलबली मच गई। वहीं इन दोनों स्कूलों पर हुई कार्रवाई का असर यह रहा कि जवाहरनगर, अग्रसेननगर, चहल चौक, ब्लॉक एरिया और पुरानी आबादी में संचालित कई स्कूलों ने उसी समय कक्षाएं बंद कर विद्यार्थियों को वापस घर भिजवा दिए।
इधर, उपखंड अधिकारी रतनू ने बताया कि सोमवार को वे तहसील कार्यालय में पटवारियों के साथ मीटिंग लेने गए थे। कई बच्चो को स्कूल जाते देखा था। इस मीटिंग के बाद तहसील कार्यालय क्षेत्र में संचालित स्कूलो की चैकिंग करने गए तो वहां दो स्कूलों में अध्ययन का कार्य चल रहा था। कोविड की गाइड लाइन और जिला मजिस्ट्रेट के आदेश के बावजूद शिक्षण संस्थाएं बंद नहीं करने पर दोनों स्कूलों पर एक्शन लिया गया है।