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धरना प्रदशज़्न के बाद पानी मिला, 36 घंटे ही चला

locationश्री गंगानगरPublished: Sep 09, 2021 02:21:15 am

Submitted by:

yogesh tiiwari

घड़साना. अनूपगढ़ शाखा में मूंग, नरमा, ग्वार की झुलस रही फसल को बचाने के लिए नहर में पानी देने की मांग को लेकर तीन दिन तक धरना प्रदशज़्न होने तथा जिला कलक्टर के समक्ष किसानों के रोष प्रदशज़्न, बिरधवाल हेड पर कब्जा करने के लिए चेतावनी आदि देने के बाद जल संसाधन विभाग की अनूपगढ़ शाखा में पानी देने की घोषणा थोथी साबित हुई।

धरना प्रदशज़्न के बाद पानी मिला, 36 घंटे ही चला

धरना प्रदशज़्न के बाद पानी मिला, 36 घंटे ही चला

घड़साना. अनूपगढ़ शाखा में मूंग, नरमा, ग्वार की झुलस रही फसल को बचाने के लिए नहर में पानी देने की मांग को लेकर तीन दिन तक धरना प्रदशज़्न होने तथा जिला कलक्टर के समक्ष किसानों के रोष प्रदशज़्न, बिरधवाल हेड पर कब्जा करने के लिए चेतावनी आदि देने के बाद जल संसाधन विभाग की अनूपगढ़ शाखा में पानी देने की घोषणा थोथी साबित हुई।
नहर को साढ़े आठ दिन चलाना था लेकिन जल संसाधन विभाग ने अनूपगढ़ शाखा व उसकी वितरिकाओं के अन्तिम छोर में पानी पहुंचने से पहले नहर को बंद कर दिया। नहर बंद मंगलवार रात नौ बजे की गई। सुबह किसानों ने अपनी बारी के अनुसार नहर में पानी देखा तो पानी प्रवाह बंद मिला।
नहर बंद होने की सूचना सोशल मीडिया में वायरल होने पर किसानों में रोष फैल गया। नहर बंद करने के विरोध में बुधवार को एसडीएम कायाज़्लय समक्ष किसानों का धरना व घेराव दिन भर चला। संयुक्त किसान मोचाज़् के तत्वावधान में किसानों ने अलग से रोष प्रदशज़्न तथा बरामदे में धरना दिया। जबकि भाजपा के नेतृत्व में एसडीएम कायाज़्लय परिसर में अलग से किसानों व पदाधिकारियों ने धरना दिया। शाम को हुई वाताज़् में अधिकारियों ने 11 सितम्बर से पानी देने का आश्वासन दिया।
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