यह काश्तकार यहां होमलैण्ड सिटी में निवास करता है, उसने जेईएन को पचास हजार रुपए देने के लिए राजी कर लिया। इस बीच परिवादी ने एसीबी से संपर्क कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए शिकायत कर दी। फोन पर रिकॉर्डिग होने के बाद गुरुवार शाम को परिवादी को जेईएन ने तीन पुली के पास रेस्टारेंट पर बुला लिया। जैसे ही जेईएन ने यह रिश्वत की राशि ली तो एसीबी टीम ने उसे घेर लिया और यह रिश्वत में ली गई पचास हजार रुपए की राशि बरामद कर उसे काबू कर लिया। जैसे पानी से उसके हाथ धुलाएं तो रुपयों पर लगे अदृश्य रंग उतर आया।
पांच साल पहले लगी थी जेईएन की नौकरी
एडिशनल एसपी डिढारिया ने बताया कि जेईएन राकेश कुमार मीणा पुत्र नरकीप्रसाद मीणा जयपुर के सांगानेर क्षेत्र प्रतापनगर का रहने वाला है। वह यहां आजाद सिनेमा के पास डिस्कॉम के सरकारी आवास में रहता है। उसकी नौकरी करीब पांच साल पहले यहां डिस्कॉम में ग्रामीण उपखण्ड में लगी थी। एसीबी ने उसके यहां सरकारी आवास के अलावा सांगानेर के प्रतापनगर स्थित मकान में भी तलाशी की गई है।
तुम आ जाओ साथ मिलकर खाएंगे ब्रेड पकौड़े
रिश्वत लेने के लिए अपने ऑफिस या आवास की बजाय तीन पुली के पास नमकीन खाने की जगह चुनी। जेईएन ने परिवादी को तीन पुली के पास रिश्वत की रकम साथ लाने और ब्रेड पकौड़े खिलाने की बात मोबाइल फोन पर कही थी, उसका फोन एसीबी ने टेप कर रखा था। ऐसे में जहां जहां वह जा रहा था उसकी लोकेशन अधिकारियों के पास पहुंच रही थी। इस जेईएन ने अपनी महिला मित्र को भी वहां बुला रखा था। जैसे ही उसने महिला मित्र के साथ ब्रेड पकौड़े और चाय का ऑर्डर दिया तो परिवादी वहां पहुंच गया। इस परिवादी के आसपास सादे वर्दी में एसीबी की टीम ने जाल बिछा लिया था।
ब्लैकमेल कर मांगी गई थी यह रिश्वत की राशि
परिवादी को जेईएन ने ब्लैकमेल करने लगा कि कम रीडिंग के लिए तीन लाख रुपए की पैनल्टी लगेगी। जेईएन ने रिश्वत में 70हजार रुपए की रिश्वत मांगकर पूरा मामला सैट करने की बात कही, जब परिवादी ने एसीबी से संपर्क किया तो जेईएन की बातचीत की रिकॉडिँग कर ट्रैप करने की प्लानिंग की गई। जैसे यह तीन पुली पर चाय पकौड़े खाने के लिए परिवादी को बुलाया तो वहां पचास हजार रुपए की रिश्वत ली। यह राशि जेईएन राकेश की पेंट से बरामद हो गई है। उसे गिरफतार कर लिया है।
– राजेन्द्र डिढारिया, एडिशनल एसपी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो श्रीगंगानगर