आइजीएनपी,भाखड़ा व गंगनगर में नहरबंदी की वजह से मार्च माह में आखिरी सिंचाई पानी की सुविधा नहीं मिलने की वजह से इस बार गेहूं की गुणवत्ता सही नहीं थी। इस कारण चमक वहीन गेहूं व टूटे हुए दानों की गेहूं की खरीद पहले नहीं की जबकि बाद में टीम की रिपोर्ट के आधार पर छूट दी गई। तब खरीद की गई। इस बीच कई बार बारिश भी हुई,तब भी किसानों का गेहूं भीगा था। आंशाका है तब व्यापारियों ने एफसीआइ क्यूआई से मिलकर गुणवत्ताहीन गेहूं की पैकिंग करवा दी गई। जबकि वर्तमान में गेहूं का उठाव धानमंडी के कैप से उठाया जा रहा है।
3 राजस्थन राज्य खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम लिमिटेड व क्रय-विक्रय सहकारी समिति का प्रतिनिधि गेहूं की गुणवत्ता की जांच कर एफसीआइ के गोदाम या कैप से गेहूं का उठाव करते हैं। सप्लायर की संतुष्टि पर क्वालिटी सर्टिफिकेट जारी करता है।
-महिला समूह-11 निजी उचित मूल्य दुकानदार-681
जिले में कुल उचित मूल्य दुकानदार-819 -राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित सदस्य-11,49,268
————- हर उचित मूल्य दुकानदार को पाबंद कर रखा है कि पीडीएस के गेहूं गुणवत्ता में सही नहीं है तो फिर वितरण ही नहीं करना है। जबकि राजस्थन राज्य खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम लिमिटेड व क्रय-विक्रय सहकारी समिति का प्रतिनिधि गेहूं की गुणवत्ता की जांच कर उठाव करते हैं। कहां पर लापरवाही रही है। मंगलवार को इसको लेकर एफसीआइ अधिकारियों से बातचीत की जाएगी।
चक्रेश कुरील,क्षेत्रीय प्रबंधक, एफसीआइ,श्रीगंगानगर।