उल्लेखनीय है कि गुरुवार को राजकीय चिकित्सालय के कोविड जोन व परिसर में कुल 256 कोविड पॉजिटिव व संदिग्धों का इलाज चल रहा था और शुक्रवार को सुबह से ही मरीजों आना लगा रहा तथा शाम तक कुल 265 मरीज हो गए, जबकि चार-पांच को डिस्चार्ज भी किया गया था। अस्पताल में बढ़ते कोरोना संक्रमितों व घटते संसाधनों को लेकर गुरुवार रात को पीएमओ डॉ. बलदेव सिंह, डॉ. केएस कामरा सहित अन्य डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी एडीएम प्रशासन से मिले थे और अस्पताल में मरीजों की हालत अब नहीं देखे जाने की बात कही थी। जहां चिकित्सक व नर्सिंगकर्मी लगातार 16 से 20 घंटे काम कर रहे हैं लेकिन मरीजों को फिर भी बेड, ऑक्सीजन व वेंटीलेटर कम पड़ रहे हैं।
शुक्रवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला कलक्टर जाकिर हुसैन अन्य प्रशासनिक अधिकारी कोविड अस्पताल के लिए जगह की तलाश शुरू कर दी और दोपहर तक प्रशासन ने सीएमएचओ को आदेश दिए कि अस्पताल में बढ़े मरीजों को देखते हुए एसएस टांटिया एमसीएच एण्ड रिसर्च सेंटर के प्रथम तल में सौ बेड का अस्पताल शुरू किया जाएगा।
कोविड अस्पताल में होंगे सौ बेड
– चिकित्साकर्मियों ने बताया कि 26 बेड आईसीयू व 64 बेड सामान्य की व्यवस्था रहेगी। जिसमें सभी प्रकार के उपकरण, डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी, दवाओं की व्यवस्था सीएमएचओ को करने के निर्देश मिले हैं। जिससे वहां कोरोना मरीजों को जल्द से जल्द भर्ती करना शुरू किया जा सके। इससे अस्पताल पर दबाव कम हो और मरीजों को राहत मिले।
सीएचसी से दस डॉक्टर व 11 नर्सिंगकर्मी बुलाए
– चिकित्साकर्मियोंं ने बताया कि सौ बेड के कोविड अस्पताल के लिए सीएमएचओ ने शिवपुर से डॉ. हिमांशु शर्मा, डॉ. मेघा नोखवाल, रावला से डॉ. दिनेश जेदी, रिडमलसर से डॉ. दीपक महेन्द्रा, लालगढ़ से डॉ. काजल गोदारा, राजियासर से डॉ. महेश मीणा, अनूपगढ़ से डॉ. सुश्रुत यादव, लाधूवाला से डॉ. भरत बैरवा, महियावाली से डॉ. हरजिन्द्र, घमूडवाली से डॉ. ज्योति बिश्नोई, चूनावढ़ से डॉ. अंकुल सुभाष को बुलाया है। वहीं विभिन्न सीएचसी व पीएचसी से 11 नर्सिंगकर्मी बुलाए हैं। वहीं सुपरविजन व समन्वयक को तीन कॉर्मिकों को बुलाया है।