पुलिस ने मृतका के शव का पंचनामा करवाकर शव पीहर पक्ष को सौंप दिया। पुलिस थाना के हैड कांस्टेबल राजू सिंह राठौड़ ने बताया कि चक 17 पीटीपी निवासी मेघराज पुत्र भगवानराम नायक ने मुकदमा दर्ज करवाया कि उसकी पुत्री पूनम (20) की शादी करीब डेढ़ वर्ष पूर्व गांव पक्का सारणा निवासी सोनू पुत्र पप्पू राम नायक से हुई थी। पूनम के करीब तीन माह पूर्व पुत्री शोभा हुई थी।
आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद ही पति सोनू, सास सुनीता, देवर मिन्टू व शिशपाल नायक दहेज में मोटरसाईकिल, 50 हजार रुपये नगद लाने की मांग को लेकर तंग परेशान करने लगे तथा वे इसके लिए मारपीट भी करते थे। करीब तीन माह पूर्व पुत्री का जन्म होने पर वे पूनम को और अधिक तंग परेशान करने लगे। लडक़ा नहीं होने की बात को लेकर मारपीट भी करते थे।
करीब दस दिन पूर्व दहेज लाने व लडक़ा नहीं होने की बात लेकर तीन माह की पुत्री शोभा सहित घर से निकाल दिया। 6 जुलाई को प्रात: करीब 7 बजे उसके पति सोनू का फोन पूनम के पास आया, जिसमें सोनू ने पूनम को दहेज व लडक़ा नहीं होने की बात करते हुए आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया, उसने ढ़ाणी में बनी सिंचाई पानी की डिग्गी में कूदकर आत्महत्या कर ली। उस समय घर पर पूनम की मां व तीन माह की पुत्री थी। प्रकरण की जांच सीओ सीटी ईस्माइल खान कर रहे हैं।