चूरू टॉप पर तो प्रतापगढ़ फिस्सडी
प्रदेश रैंकिंग की बात करें तो राज्य भर में पहले स्थान पर चूरू जिला है। जबकि दूसरे पर जयपुर, तीसरे पर हनुमानगढ़, चौथे स्थान पर टोंक व पांचवा नंबर सीकर जिले का है। इसके अलावा छठा चित्तौडगढ़़, सातवां दौसा, आठवां अलवर, नवां बीकानेर, दसवां बूंदी, ग्यारहवां झालावाड़, 12वां गंगानगर, 13वां डूंगरपुर, 14वां नागौर, 15वां भरतपुर,16वां पाली,17वां भीलवाड़ा,18वां झुंझुनू,19वां करौली, 20वां जोधपुर, 21वां सिरोही, 22वां कोटा, 23वां बारां, 24वां अजमेर, 25वां जालौर, 26वां सवाईमाधोपुर, 27वां बांसवाड़ा, 28वां बाड़मेर, 29वां राजसमंद, 30वां उदयपुर, 31वां धौलपुर, 32वां जैसलमेर जबकि 33वां और अंतिम स्थान पर प्रतापगढ़ जिले को मिला है।
प्रदेश रैंकिंग की बात करें तो राज्य भर में पहले स्थान पर चूरू जिला है। जबकि दूसरे पर जयपुर, तीसरे पर हनुमानगढ़, चौथे स्थान पर टोंक व पांचवा नंबर सीकर जिले का है। इसके अलावा छठा चित्तौडगढ़़, सातवां दौसा, आठवां अलवर, नवां बीकानेर, दसवां बूंदी, ग्यारहवां झालावाड़, 12वां गंगानगर, 13वां डूंगरपुर, 14वां नागौर, 15वां भरतपुर,16वां पाली,17वां भीलवाड़ा,18वां झुंझुनू,19वां करौली, 20वां जोधपुर, 21वां सिरोही, 22वां कोटा, 23वां बारां, 24वां अजमेर, 25वां जालौर, 26वां सवाईमाधोपुर, 27वां बांसवाड़ा, 28वां बाड़मेर, 29वां राजसमंद, 30वां उदयपुर, 31वां धौलपुर, 32वां जैसलमेर जबकि 33वां और अंतिम स्थान पर प्रतापगढ़ जिले को मिला है।
-इन सूचनाओं से होता है रैंकिंग का निर्धारण
सरकारी स्कूलों में सभी सूचनाएं इक_ी करवाने के लिए शाला दर्पण पोर्टल पर विद्यालयों की श्रेणी, बेसिक प्रोफाइल, कार्मिकों की संख्या, नामांकन की स्थिति, विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों की सुविधा, सेवा रिकॉर्ड, विभिन्न प्रपत्र, वैकल्पिक विषय, संकाय, अक्षय पेटिका की स्थिति, कार्य संग्रहण, साइकिल वितरण व छात्रवृत्ति योजना समेत 44 बिंदुओं के आधार पर जिलों की रैंकिंग का निर्धारण किया जाता है।
सरकारी स्कूलों में सभी सूचनाएं इक_ी करवाने के लिए शाला दर्पण पोर्टल पर विद्यालयों की श्रेणी, बेसिक प्रोफाइल, कार्मिकों की संख्या, नामांकन की स्थिति, विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों की सुविधा, सेवा रिकॉर्ड, विभिन्न प्रपत्र, वैकल्पिक विषय, संकाय, अक्षय पेटिका की स्थिति, कार्य संग्रहण, साइकिल वितरण व छात्रवृत्ति योजना समेत 44 बिंदुओं के आधार पर जिलों की रैंकिंग का निर्धारण किया जाता है।
-इन कारणों से पिछड़ रहा है गंगानगर
1. पोर्टल पर विभिन्न सूचनाओं के मॉडलों को सही तरीके से अपडेट नहीं करना 2. पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी स्तर पर मासिक प्रगति रिपोर्ट के अपडेशन का अभाव।
3. आधार लिंकेज व एसडीएमसी रजिस्ट्रेशन का पूर्ण नहीं होना।
1. पोर्टल पर विभिन्न सूचनाओं के मॉडलों को सही तरीके से अपडेट नहीं करना 2. पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी स्तर पर मासिक प्रगति रिपोर्ट के अपडेशन का अभाव।
3. आधार लिंकेज व एसडीएमसी रजिस्ट्रेशन का पूर्ण नहीं होना।
4. जिला व ब्लाक शिक्षा कार्यालयों में पदस्थापित अधिकारियों द्वारा पर्यवेक्षण वह पीइइओ स्तर पर सूचनाओं का सही अपडेशन नहीं होना। जिला रैंकिंग में गिरावट आई है। इसे सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। इस संबंध में सभी सीबीइओ से बैठकर प्रभावी मॅानिटरिंग करने के लिए पाबंद किया गया है। रैंकिंग में सीबीइओ घड़साना की ऑनलाइन रिपोर्ट करने में तकनीकी दिक्कत आई। इस कारण ऐसा हुआ। अब इसमें सुधार किया जाएगा।
-हंसराज यादव,मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी,स्कूल शिक्षा,श्रीगंगानगर