-7 से 11 सितंबर तक तैयार होगी सूची
भामाशाहों और प्रेरकों के आवेदन करने के बाद जिला स्तर पर नोडल अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी जांच करेंगे। इसके बाद निदेशालय स्तर पर आवेदन की जांच होगी। फिर चयन समिति की ओर से आवेदन पत्रों की जांच के बाद 7 से 11 सितंबर तक सूची तैयार होगी।
भामाशाहों और प्रेरकों के आवेदन करने के बाद जिला स्तर पर नोडल अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी जांच करेंगे। इसके बाद निदेशालय स्तर पर आवेदन की जांच होगी। फिर चयन समिति की ओर से आवेदन पत्रों की जांच के बाद 7 से 11 सितंबर तक सूची तैयार होगी।
-प्रेरित करने वाले व्यक्ति भी होंगे सम्मानित निदेशालय की गाइडलाइन के अनुसार भामाशाहों को प्रेरित करने वाले प्रेरकों को भी सम्मानित किया जाएगा। इसमें राज्य स्तरीय प्रेरक सम्मान 30 लाख या अधिक के कार्य के लिए प्रेरित करने वाले प्रेरक को दिया जाएगा। जबकि जिला स्तरीय प्रेरक सम्मान 5 लाख या अधिक तथा तीस लाख से कम के कार्य करवाने को प्रेरित कराने वालों को दिया जाएगा।
यूं रहेगी दानदाताओं की श्रेणी शिक्षा विभूषण- एक करोड़ रुपए से अधिक दान देने वाले।
शिक्षा भूषण -15 लाख रुपए से अधिक व एक करोड़ से कम। शिक्षा श्री- एक लाख रुपए से अधिक व 15 लाख रुपए तक का सहयोग।
शिक्षा भूषण -15 लाख रुपए से अधिक व एक करोड़ से कम। शिक्षा श्री- एक लाख रुपए से अधिक व 15 लाख रुपए तक का सहयोग।
शिक्षा विभाग की ओर से भामाशाहों को सम्मानित करने के लिए पहल की गई है। इस योजना के तहत जिले के सभी सीबीइओ को पत्र भेज ज्ञान संकल्प पोर्टल पर आवेदन मांगे गए हैं। इस पहल से अधिक संख्या में भामाशाह स्कूलों से जुड़ सकेंगे।
-गिरजेश कांत शर्मा,कार्यवाहक सीडीइओ,श्रीगंगानगर