-राजकीय जिला चिकित्सालय का मामला, चिकित्सा विभाग की टीम कर रही है विस्तृत जांच
श्रीगंगानगर. राजकीय जिला चिकित्सालय में लेखा शाखा व अधिकारियों ने पिछले दो साल से आठ डॉक्टर का गलत वेतन निर्धारण कर 18 लाख रुपए का ज्यादा भुगतान कर दिया। अब चिकित्सा विभाग इसकी वसूली करने की कार्रवाई करेगा। यह प्रकरण तत्कालीन पीएमओ डॉ.सुनीता सरदाना के कार्यकाल में हुआ है। अब इस प्रकरण में लापरवाही के लिए दोषी पाए गए अधिकारी-कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह प्रकरण जिला कलक्टर के भी ध्यान में है। चिकित्सा विभाग की लेखा से जुड़ी एक चार सदस्यीय टीम इस प्रकरण की विस्तृत जांच कर रही है। इसमें कुछ नर्सिंग स्टाफ व नए डॉक्टर भी शामिल हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि जिला चिकित्सालय में पहले आरएमआरएस में 25 लाख रुपए का घोटला हो चुका है।
श्रीगंगानगर. राजकीय जिला चिकित्सालय में लेखा शाखा व अधिकारियों ने पिछले दो साल से आठ डॉक्टर का गलत वेतन निर्धारण कर 18 लाख रुपए का ज्यादा भुगतान कर दिया। अब चिकित्सा विभाग इसकी वसूली करने की कार्रवाई करेगा। यह प्रकरण तत्कालीन पीएमओ डॉ.सुनीता सरदाना के कार्यकाल में हुआ है। अब इस प्रकरण में लापरवाही के लिए दोषी पाए गए अधिकारी-कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह प्रकरण जिला कलक्टर के भी ध्यान में है। चिकित्सा विभाग की लेखा से जुड़ी एक चार सदस्यीय टीम इस प्रकरण की विस्तृत जांच कर रही है। इसमें कुछ नर्सिंग स्टाफ व नए डॉक्टर भी शामिल हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि जिला चिकित्सालय में पहले आरएमआरएस में 25 लाख रुपए का घोटला हो चुका है।
वेतन देना था 56 और दिया 67 हजार—विभाग के अनुसार चिकित्सा विभाग ने 1 जनवरी 2017 से 31 दिसंबर 2018 तक आठ डॉक्टर को हर माह ज्यादा भुगतान किया गया। सातवां वेतन आयोग लागू किया तो प्रति डॉक्टर को 56 हजार 100 रुपए का वेतन निर्धारण किया जाना था। जबकि स्टाफ की लापरवाही से प्रति डॉक्टर का वेतन प्रति माह 67 हजार के हिसाब से तय कर दिया। उल्लेखनीय है कि पिछले दो माह पहले जयपुर से लेखा शाखा से जुड़ी एक टीम कई अन्य प्रकरणों की जांच करने के लिए जयपुर से जिला चिकित्सालय श्रीगंगानगर आई थी। इस दौरान टीम के समक्ष यह प्रकरण भी आया था। यह प्रकरण बाद में चिकित्सा विभाग की अतिरिक्त शासन सचिव के समक्ष आया। इसके बाद इसके लिए एक टीम गठित कर इस प्रकरण का निस्तारण करना था।
जिला चिकित्सालय में कुछ डॉक्टर का सातवें वेतन आयोग का गलत फिक्सेशन कर दिया। इस कारण डॉक्टर्स को ज्यादा भुगतान कर दिया गया। अब इसकी टीम जांच कर रही है और जांच में जो राशि का अंतर आ रहा है। उस राशि की संबंधित डॉक्टर से वसूली की जाएगी।
डॉ.पवन सैनी, पीएमओ, राजकीय जिला चिकित्सालय,श्रीगंगानगर।