प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे के वार्ड नौ और दस आसपास ही हैं। यहां करीब पचास मीटर के अंतराल पर दो विद्युत खंभे लगे थे। दोनों के नीचे के हिस्से लगभग बेकार थे। मंगलवार सुबह करीब पांच बजे अचानक ये जमीन पर ढह गए। इस दौरान तेज धमाका हुआ। धमाके से लोग जाग गए। घरों से बाहर निकले तो सडक़ पर बिजली के तार खंभे बिखरे नजर आए। उन्होंने तत्काल विद्युत निगम को सूचना दी और बिजली आपूर्ति बंद करवाई। इसके बाद से विद्युत निगम के कर्मचरियों ने आपूर्ति सुचारू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इलाका निवासी हरदीपसिंह, दुष्यंत कुमार, रजत कुमार आदि ने बताया कि इलाके के ये दोनों खंभे पिछले कई दिन से क्षतिग्रस्त थे तथा इस बारे में कई बार विद्युत निगम को सूचित भी किया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हादसे के दौरान एक घर के बाहर रखी पानी की टंकी क्षतिग्रस्त हो गई। इसके अलावा सडक़ पर बिखरे बिजली के तार से आवागमन भी बाधित हो गया।
इस संबंध में जेईएन राजेश मीणा का कहना है कि एक माह पहले वे खंभा बदलने के लिए गए थे। लेकिन जगह को लेकर मोहल्लावासियों ने विवाद कर दिया। वहीं पानी की पाइप लाइन को लेकर भी काम रोकना पड़ा। एक खंभे की हालत कमजोर थी। तारों का दबाव पडऩे से दूसरा खंभा भी टूट गया। अब खंभे बदलने कार्य जारी है।