इसमें सूरतगढ़ पंचायत समिति की तत्कालीन विकास अधिकारी हाल जिला परियोजना प्रबंधन राजीविका जयपुर रोमा सहारण, तत्कालीन विकास अधिकारी एवं मौजूदा सादुलशहर बीडीओ विनोद रैगर, तत्कालीन सहायक लेखाधिकारी द्वितीय हाल पंचायत समिति सूरतगढ़ प्रवीण जैन, तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी हाल विकास अधिकारी हरदासवाली सुरेश चन्द्र कालड़ा, तत्कालीन कनिष्ठ सहायक हाल हरदासवाली आत्माराम, तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी हाल भैंरूपुरा ग्राम पंचायत के कनिष्ठ सहायक सूरज, तत्कालीन कनिष्ठ तकनीकी सहायक नागराज, तत्कालीन लेखा सहायक और मौजूदा श्रीकणपुर पंचायत समिति के कनिष्ठ सहायक कपिल, तत्कालीन लेखा सहायक और मौजूदा सूरतगढ़ पंचायत समिति में लेखा सहायक माया, तत्कालीन लेखा सहायक कविता, तत्कालीन सरपंच सरोज शामिल है।
सीईओ मुहम्मद जुनैद की ओर से जारी किए गए नोटिस के अनुसार ग्राम पंचायत हरदासवाली में मनरेगा योजना के तहत वर्ष 2015-16 से वर्ष 2017-18 के दौरान स्वीकृत 28 कार्यो में पेटे अनियमितता और लापरवाही की शिकायतें हुई थी।
सीईओ मुहम्मद जुनैद की ओर से जारी किए गए नोटिस के अनुसार ग्राम पंचायत हरदासवाली में मनरेगा योजना के तहत वर्ष 2015-16 से वर्ष 2017-18 के दौरान स्वीकृत 28 कार्यो में पेटे अनियमितता और लापरवाही की शिकायतें हुई थी।
चार सदस्यीय कमेटी गठित की गई। इसमें जिला परिषद के परियोजना अधिकारी लेखा प्रेम प्रकाश गोयल, पदमपुर पंचायत समिति के सहायक अभियंता परमपाल सिंह, जिला परिषद के सहायक लेखाधिकारी भगवानदास अरोड़ा और जिला परिषद के सहायक विकास अधिकारी सुशील कुमार डाबला ने जांच की थी।
इस जांच कमेटी ने 28 कार्यो में से आठ कार्यो में 51 हजार 462 रुपए स्वीकृति से अधिक भुगतान किया जाना पाया।
इस जांच कमेटी ने 28 कार्यो में से आठ कार्यो में 51 हजार 462 रुपए स्वीकृति से अधिक भुगतान किया जाना पाया।
इसके अलावा माप पुस्तिका में बिना एंट्री से भुगतान करने और नियम कायदों की अवहेलना करते हुए 65 लाख 69 हजार 585 रुपए का अनियमित भुगतान कर राजकोष को हानि पहुंचाई। इससे पहले एक सदस्यीय जांच टीम ने संबंधित उत्तरदायी व्यक्तियों से 50 लाख 24 हजार 842 रुपए वसूल करने करने के लिए राशि तय की थी लेकिन इस जांच टीम में तकनीकी एवं लेखा सदस्य नहीं होने के कारण नए सिरे से चार सदस्य जांच टीम गठित की।
इस बीच, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुहम्मद जुनैद ने संबंधित उतरदायी व्यक्तियों से मनरेगा कार्यो में बरती गई लापरवाही और अनियमितताओं के संबंध में जारी किए गए नोटिस और स्पष्टीकरण के लिए पन्द्रह दिन का समय दिया है। ऐसा नहीं करने पर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुहम्मद जुनैद ने संबंधित उतरदायी व्यक्तियों से मनरेगा कार्यो में बरती गई लापरवाही और अनियमितताओं के संबंध में जारी किए गए नोटिस और स्पष्टीकरण के लिए पन्द्रह दिन का समय दिया है। ऐसा नहीं करने पर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।