इंजन ट्रॉयल जून तक होने की उम्मीद---श्रीगंगानगर क्षेत्र में 2023 तक इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ाने का लक्ष्य
-अब तक 2489 किलोमीटर ट्रेक का किया गया विद्युतीकरण
श्री गंगानगर
Published: January 19, 2022 05:26:37 pm
इंजन ट्रॉयल जून तक होने की उम्मीद---श्रीगंगानगर क्षेत्र में 2023 तक इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ाने का लक्ष्य
-अब तक 2489 किलोमीटर ट्रेक का किया गया विद्युतीकरण
श्रीगंगानगर. रेलवे का डीजल चलित ईंजन संभवत: 2023 तक इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा। श्रीगंगानगर क्षेत्र सहित उत्तर पश्चिम रेलवे में सभी जगह इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ती नजर आएंगी। इस क्रम में सर्वप्रथम श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ सैक्शन पर विद्युतीकरण करने की तैयारियां चल रही हैं। इसके बाद श्रीगंगानगर-सरूपसर,सरूपसर-सूरतगढ़ व सरूपसर-अनूपगढ़ सैक्शन को विद्युतीकृत किया जाएगा। रेल अधिकारी विद्युतीकरण का कार्य करने वाली कंपनी इरकॉन के अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं तथा प्रयास हैं कि श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ रेलखंड पर इसी वर्ष जून तक कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी का निरीक्षण करवाकर इलेक्ट्रिक इंजन का स्पीड ट्रॉयल करवा दिया जाए। इस खंड पर इलेक्ट्रिक पोल लगाने के लिए हनुमानगढ़ से बनवाली तक आवश्यक फाउंडेशन का कार्य किया जा चुका हैं।
305 किलोलीटर कार्य पूर्ण
उत्तर पश्चिम रेलवे पर अब तक 2489 किलोमीटर रेल लाइन पर विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वर्ष 2021-22 में 15 जनवरी तक 305 किलोमीटर रेलखंड के विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया गया। उत्तर पश्चिम रेलवे के महत्वपूर्ण रेलखंड रेवाडी-अजमेर वाया फुलेरा तथा रेवाड़ी-अजमेर वाया जयपुर से पालनपुर होते हुए अहमदाबाद तक इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर यात्री रेलसेवाओं का संचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही अजमेर से उदयपुर मार्ग का भी विद्युतीकरण कार्य पूर्ण हो गया है तथा राजस्थान के प्रमुख पर्यटक स्थल उदयपुर का जुडाव अजमेर,जयपुर तथा दिल्ली से इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन से सम्पर्क स्थापित हो गया है।
2023 तक कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य
-------
उत्तर पश्चिम रेलवे पर इस वर्ष अजमेर-दौराई, ब्यावर-गुडिय़ा,मदार-बाइपास-आदर्शनगर,नोहर-हनुमानगढ, चूरू-रतनगढ एवं रींगस-सीकर-झुंझुनंू रेलखंड का विद्युतीकरण पूर्ण किया गया है। इसके अतिरिक्त फुलेरा-जोधपुर व हनुमानगढ-श्रीगंगानगर रेलमार्ग के विद्युतीकरण का कार्य प्रारंभ कर वर्ष 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया गया है। सस्ती दर पर बिजली खरीद के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे के राजस्थान में 6 ट्रेक्शन सब स्टेशनों (राजगढ,रींगस,किशनगढ़,बर, खिमेल एवं नावां) एवं गुजरात में श्री अमीरगढ़ ट्रेक्शन सब स्टेशन पर पावर सप्लाई ओपन एक्सेस के माध्यम से खरीदी जा रही है।
विद्युतीकरण के लाभ
डीजल इंजन के धुएं से होने वाले प्रदूषण से मुक्ति,विद्युत इंजनों की लोड क्षमता अधिक होने के कारण अधिक भार वहन,अधिक ट्रेनों का संचालन संभव,ईंधन आयात पर निर्भरता में कमी,इलेक्ट्रिक गाडिय़ों की परंपरागत गाडिय़ों से औसत गति अधिक होती है। डीजल की अपेक्षा बिजली की लागत कम होने से राजस्व की बचत।
रेल विद्युतीकरण के कार्य तीव्र गति से किए जा रहे हैं। रेलवे पर विद्युतीकरण के कार्य को विगत वर्षों के बजट में प्राथमिकता प्रदान की गई है तथा संपूर्ण उत्तर पश्चिम रेलवे पर विद्युतीकरण का कार्य स्वीकृत हो गया है।
कैप्टन शशि किरण,मुख्य जनसंपर्क अधिकारी,उत्तर पश्चिम रेलवे,श्रीगंगानगर।

इंजन ट्रॉयल जून तक होने की उम्मीद---श्रीगंगानगर क्षेत्र में 2023 तक इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ाने का लक्ष्य
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
