सुबह नौ बजे नव निर्मित सुपर क्रिटिकल इकाईयों और वर्तमान में उत्पादन कर रही 1500 मेगावाट क्षमता वाली इकाइयों में कार्यरत इलेक्ट्रिकल एवं मैंटेनेंस शाखा के अभियंताओं ने थर्मल गेट पर प्रदर्शन कर उत्पादन निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुये अभियंता दिलीप बिशनोई ने कहा कि हमारे आंदोलन से निगम प्रशासन ओर सरकार पर दबाव पड़ा है। तीन दिन से चल रहे सांकेतिक धरना प्रदर्शन के परिणामस्वरूप उच्च स्तर पर हलचल शुरू हो गई है। हमारी एकजुटता से मांगों पर कार्रवाई अवश्य होगी।
अभियन्ता मुकेश शर्मा ने बताया कि एक तरफ तो कार्मिक विभाग की ओर से इलेक्ट्रॉनिक एंड मैन्टेनेश शाखा के पदो में कटौती की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ कटौती किए गए पदों की एवज में लेखा, कार्मिक और अभियांत्रिकी की इलेक्ट्रॉनिक्स शाखा में पदों की बढोतरी करवा ली गई है। उन्होंने बताया कि ई एंड एम शाखा के कटौती किए पदों को पुन: सृजित करने और अन्य ब्रांचों में पदों में बढ़ोतरी के अनुरूप ईएंडएम शाखा के अभियंताओं के पद बढ़ाने की मांग को लेकर चल रहे प्रदर्शन के तीसरे तीन दिन अभियंताओं ने दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक कार्य बहिष्कार किया और अधिशाषी अभियंता रमेश सेठी के नेतृत्व में अतिरिक्त मुख्य अभियंता राकेश वर्मा को ज्ञापन दिया। इन दौरान अधिशाषी अभियन्ता एमआर चाचाण, सुरेश गोरा, राहुल शर्मा, सत्येंद्र भास्कर, दिनेश बिशनोई आदि ने विचार रखे । अभियंताओं ने उत्पादन निगम प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
भामसं ने दिया समर्थन कटौती किए गए पद बहाल करने और पदोन्नति की मांग के संबंध में इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल अभियंताओ के आंदोलन को राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन कर्मचारी संघ भामसं ने समर्थन देते हुए मुख्य अभियंता का ज्ञापन दिया है। सूरतगढ़ इकाई अध्यक्ष मलकियत सिंह और महामंत्री रामेंद्र शर्मा ने मुख्य अभियंता को ज्ञापन देकर अभियंताओं की मांगों का समर्थन किया है।