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SriGanganagar हर साल नौटंकी फिर भी बदली नहीं तस्वीर

locationश्री गंगानगरPublished: Jul 04, 2022 01:22:44 pm

Submitted by:

surender ojha

Every year the gimmick still did not change the picture – सवा करोड़ बजट, बारह बार मुहिम फिर भी कब्जा मुक्त नहीं हो पाई सूरतगढ़ रोड

SriGanganagar हर साल नौटंकी फिर भी बदली नहीं तस्वीर

SriGanganagar हर साल नौटंकी फिर भी बदली नहीं तस्वीर

श्रीगंगानगर। शिव चौक से किसान चौक तक करीब तीन किमी लंबी सूरतगढ़ मार्ग की हालत में अब तक सुधार नहीं हो पाया है। नगर विकास न्यास प्रशासन ने चार साल पहले शिव चौक से हनुमानजी की मूर्ति तक सवा करोड़ रुपए का बजट खर्च कर सूरतगढ़ रोड के दोनों साइडों में इंटरलोकिंग टाइल्स बिछाकर सर्विस रोड बनाई ताकि पैदल राहगीरों को इस नेशनल हाइवे पर वाहनों की स्पर्धा से राहत मिल सके लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हो पाया। इन टाइल्स बिछी रोड पर पनवाडि़यों, नमकीन बेचने और अन्य खाद्य सामग्री बेचने वालों ने डेरा डाल लिया।
वहीं नई धानमंडी की दीवार के साथ कई ट्रेक्टर ट्रॉलियों और भारी वाहनों के चालकों ने वहां पार्किग स्थल बना डाला। इस सर्विस रोड पर यूआईटी की ओर से करीब सवा करोड़ रुपए का बजट खर्च किया गया था। राजकीय जिला चिकित्सालय से लेकर किसान चौक तक भवन निर्माण सामग्री बेचने की हौड़ दुकानों के आगे रखकर ऐसी हुई कि अब तक इससे छुटकारा नहीं मिल पाया है। हालांकि गत एक दशक में यूआईटी की ओर से अतिक्रमण निरोधक दस्ते गठित कर बारह बार इन दुकानों के आगे से भवन सामग्री हटाने की कार्रवाई की गई लेकिन हर बार यह दस्ता बैरंग ही लौटा।
प्रभावी कार्रवाई नहीं होने से दुकानदारों के हौंसले बढ़ते गए और इसका खमियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ा। तेज हवा से भवन सामग्री से उड़ने वाली धूल के कण दुपहिया वाहन के आंखों में गिरते है, इससे दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है।
इन दुकानदारों पर नकेल कसने के लिए हाइवे के दोनेां छोर पर छोटे डिवाइडर बनाए ताकि उन पर लोहे की एंगल लगाकर दुकानदारों को पाबंद किया जा सके। लेकिन तब चंद दुकानदारों के आगे न्यास प्रशासन नतमस्तक हो गया था।
न्यास प्रशासन ने सूरतगढ मार्ग की छवि सुधारने के लिए सर्विस रोड बनाने के अलावा वर्ष 2018 में ट्रस्ट की बैठक कर सूरतगढ़ रोड पर शिव चौक से सूरतगढ़ बाइपास तक सरदार पटेल मार्ग का नामकरण रखने का निर्णय किया था। इसके अलावा सूरतगढ़ रोड पर ही ट्रेक्टर मार्केट और जस्सा सिंह मार्ग के बीच चौराहे को पंडित दीनदयाल उपाध्याय चौक करने का प्रस्ताव किया था लेकिन चार साल बीतने के बावजूद दोनों नामकरण अब तक लागू नहीं हो पाए है।
ज्ञात रहे कि पिछले दस सालों में राजकीय जिला चिकित्सालय में आरएआरएम की बैठकों में चिकित्सालय के मुख्य गेट पर बेतरकीब से टैम्पों चालकों के खडे होने और कई अस्थायी दुकानों को हटाने के लिए तत्कालीन जिला कलक्टरों ने सख्त कदम उठाने के लिए न्यास प्रशासन को अधिकृत किया था।
तत्कालीन कलक्टर ज्ञानाराम, पीसी किशन, शिव प्रसाद मदन नकाते आदि ने इन बैठकों में अध्यक्ष होने के नाते निदेर्शित किया था कि चिकित्सालय के गेट और आसपास इंटरलोकिंग से जगह समतल बनाई जाएं और वहां ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए दो ट्रैफिक कार्मिक तैनात किए जाएं लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हुआ। हालांकि चिकित्सालय के सामने ट्रैफिक पुलिस कर्मी के लिए एक गुमटी जरूर स्थापित कराई।
इस बीच यूआईटी सचिव मुकेश बारेठ का कहना है कि शिव चौक से किसान चौक तक सूरतगढ़ मार्ग को विस्तार करने की योजना का काम चल रहा है। इसका काम पूरा होने के बाद आगामी तीन माह में बदलाव देखने को मिलेगा। राजकीय जिला चिकित्सालय से किसान चौक तक सड़क डबल बन रही है। इससे भवन निर्माण सामग्री रखने की समस्या दूर हो जाएगी। डिवाइडर बनने के बाद यह मार्ग इलाके में अनूठा और भव्य दिखेगा।.
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