न्यास प्रशासन ने सूरतगढ मार्ग की छवि सुधारने के लिए सर्विस रोड बनाने के अलावा वर्ष 2018 में ट्रस्ट की बैठक कर सूरतगढ़ रोड पर शिव चौक से सूरतगढ़ बाइपास तक सरदार पटेल मार्ग का नामकरण रखने का निर्णय किया था। इसके अलावा सूरतगढ़ रोड पर ही ट्रेक्टर मार्केट और जस्सा सिंह मार्ग के बीच चौराहे को पंडित दीनदयाल उपाध्याय चौक करने का प्रस्ताव किया था लेकिन चार साल बीतने के बावजूद दोनों नामकरण अब तक लागू नहीं हो पाए है।
ज्ञात रहे कि पिछले दस सालों में राजकीय जिला चिकित्सालय में आरएआरएम की बैठकों में चिकित्सालय के मुख्य गेट पर बेतरकीब से टैम्पों चालकों के खडे होने और कई अस्थायी दुकानों को हटाने के लिए तत्कालीन जिला कलक्टरों ने सख्त कदम उठाने के लिए न्यास प्रशासन को अधिकृत किया था।
तत्कालीन कलक्टर ज्ञानाराम, पीसी किशन, शिव प्रसाद मदन नकाते आदि ने इन बैठकों में अध्यक्ष होने के नाते निदेर्शित किया था कि चिकित्सालय के गेट और आसपास इंटरलोकिंग से जगह समतल बनाई जाएं और वहां ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए दो ट्रैफिक कार्मिक तैनात किए जाएं लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हुआ। हालांकि चिकित्सालय के सामने ट्रैफिक पुलिस कर्मी के लिए एक गुमटी जरूर स्थापित कराई।
तत्कालीन कलक्टर ज्ञानाराम, पीसी किशन, शिव प्रसाद मदन नकाते आदि ने इन बैठकों में अध्यक्ष होने के नाते निदेर्शित किया था कि चिकित्सालय के गेट और आसपास इंटरलोकिंग से जगह समतल बनाई जाएं और वहां ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए दो ट्रैफिक कार्मिक तैनात किए जाएं लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हुआ। हालांकि चिकित्सालय के सामने ट्रैफिक पुलिस कर्मी के लिए एक गुमटी जरूर स्थापित कराई।
इस बीच यूआईटी सचिव मुकेश बारेठ का कहना है कि शिव चौक से किसान चौक तक सूरतगढ़ मार्ग को विस्तार करने की योजना का काम चल रहा है। इसका काम पूरा होने के बाद आगामी तीन माह में बदलाव देखने को मिलेगा। राजकीय जिला चिकित्सालय से किसान चौक तक सड़क डबल बन रही है। इससे भवन निर्माण सामग्री रखने की समस्या दूर हो जाएगी। डिवाइडर बनने के बाद यह मार्ग इलाके में अनूठा और भव्य दिखेगा।.