जिला आबकारी अधिकारी प्रतिष्ठा पिलानिया ने बताया कि आबकारी आयुक्त व अतिरिक्त आबकारी आयुक्त के निर्देश पर 2 से 8 अगस्त तक राज्य में आने वाली व जाने वाली अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत सोमवार देर रात करीब दो बजे बाद मुखबिर से सूचना मिली कि अबोहर पंजाब की तरफ जाने वाली सडक़ गांव साधुवाली में बनी दुकान पर अवैध शराब शराब तैयार की जा रही है। इस सूचना के बाद आबकारी निरीक्षक मनीष पारीक, आबकारी निरोधक दल के प्रहराधिकारी जय दयाल यादव ने मय जाब्ते के वहां छापे की कार्रवाई की। जहां दुकान का शटर नीचा करके अवैध शराब तैयार की जा रही थी। मौके पर दो जने थे। जिनमें से एक आरोपी को दल ने दबोच लिया लेकिन आरोपी रात के अंधेरे में वहां से फरार हो गया। जिसकी बाइक वहां मिली है। अंदर जाकर देखा तो वहां भारी मात्रा में अवैध देसी शराब तैयार करने का सामान मिला। भारी मात्रा में सामान देखकर अधिकारी भी एकबार तो चौंक गए। मौके पर दल ने दुकान पर रहने वाले श्रवण कुमार पुत्र सुभाष को गिरफ्तार किया है। जबकि मौके से फरार हुए आरोपी तीन ई छोटी निवासी मोहनलाल पुत्र बद्रीराम तलाश की जा रही है। आरोपी को शाम को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
मौके से ये सामान किया जब्त – आबकारी दल ने मौके से 209 प्लास्टिक थैलियो में प्लास्टिक के 30 हजार 96 खाली पव्वे, 5 प्लास्टिक थैलियो में 12 हजार 600 ढक्कन, 1200 गत्ता कर्टून, पैकिंग टेप 40 किलोग्राम। 38 हजार सादा देसी मदिरा के लेबल, एक पैकिंग मशीन मय मोटर, 8 प्लास्टिक जरीकनों में भरी 400 लीटर स्प्रीट तथा एक बाइक जब्त की है।
दो -तीन माह से चल रही थी फैक्ट्री – मौके पर पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ में आबकारी अधिकारियों को बताया है कि वह वहां साफ-सफाई व चौकीदारी का कार्य करता था और अवैध शराब तैयार करने का काम यहां दो-तीन माह से चल रहा था। मौके पर टीम को बीस से अधिक स्प्रीट के खाली कैन मिले हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां से भारी मात्रा में देसी शराब तैयार करके इधर-उधर सप्लाई की गई है। एक कैन में करीब 50 लीटर स्प्रीट आती है। 50 लीटर स्प्रीट से हजारों की संख्या में नकली देसी शराब के तैयार किए जा सकते हैं।
काफी एक्सपर्ट है नकली शराब बनाने वाला – आबकारी अधिकारियों का कहना है कि मौके से जब्त किए गए सामान को देखकर ऐसा लगता है कि नकली शराब तैयार करने वाला काफी एक्सपर्ट है, जिसने ढक्कन भी बहरोड़ में वैसे ही लाए हैं। इसके अलावा प्लास्टिक के खाली पव्वे में भी छपाई बनी है। जीएसएम की टेप, कर्टन आदि सभी कुछ समान है। स्टीकर में केवल फोटो नहीं है लेकिन आम व्यक्ति को उसको पहचान नहीं सकता है।
आखिर इतनी भारी मात्रा में कहां हो रही थी नकली शराब सप्लाई – अधिकारियों का कहना है कि मौके से फरार हुए आरोपी की तलाश की जा रही है। उसके पकड़े जाने के बाद ही पता चल सकेगा कि आखिर इतनी भारी मात्रा में नकली देसी शराब कहां-कहां सप्लाई की जा रही थी। अधिकारियों को आशंका है कि यह नकली देसी शराब ग्रामीण एरिया में अवैध रूप से बेचान की जा रही हो सकती है। अधिकारी सभी एंगल पर जांच पड़ताल कर रहे हैं।