बेनीवाल, मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष मनिंद्रसिंह मान, किसान संघर्ष समिति के एडवोकेट सुभाष सहगल, गंगानगर किसान समिति के हरजिंद्र मान किसानों के साथ सरसों-चना के सरकारी खरीद केंद्र, गंगानगर किसान क्रय-विक्रय सहकारी समिति की दुकान पर पहुंचे। महाप्रबंधक गौरीशंकर बंसल सब मंडी यार्ड होने से नहीं मिले तो वे गुस्सा हो गए और फिर बेनीवाल ने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की। कुछ देर बाद वहां पहुंचे राजफैड के क्षेत्रीय अधिकारी रणवीर सिंह चाहर एवं महाप्रबंधक बंसल ने उन्हें भरोसा दिलाया कि खरीद में तेजी लाने की कोशिश की जा रही है।
बेनीवाल ने कहा कि आज सिर्फ 16 किसानों को सरसों लाने का संदेश भेजा गया, सोमवार के लिए तो यह संदेश सिर्फ 14 किसानों को भेजा हुआ है। इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि सरकार सरसों नहीं खरीदना चाहती, वह व्यापारियों से मिली हुई है। मान एवं सहगल का कहना था कि खरीद में तेजी लाने के लिए खरीद केंद्र को अपनी क्षमता बढ़ानी चाहिए।
रोजाना सिर्फ पांच किसान
जिला मुख्यालय की नई धान मंडी स्थित खरीद केंद्र पर रोजाना सिर्फ पांच सरसों उत्पादकों के लाभान्वित होने की औसत ही है। इसके शुरूआती दस दिनों में शनिवार शाम तक 50 किसानों से 1090 क्विंटल सरसों खरीदी गई है। चना की खरीद 2 अप्रेल से शुरू हुई और अभी तक 5 किसानों का 90 क्विंटल चना खरीदा गया है।
हो रहा है इंतजार
काफी किसानों ने सरसों बेचने के लिए अपना पंजीयन करवा रखा है लेकिन उनके पास माल लाने के लिए संदेश नहीं आ रहा। इसकी प्रमुख वजह खरीद केंद्रों की रोजाना खरीद एवं तुलाई की क्षमता काफी कम होना है। सहकारी विभाग के उप पंजीयक बलविन्दर सिंह गिल इसे बढ़ाने का निर्देश दे चुके हैं।
पांच गुणा बढ़ाने की सिफारिश
इस बीच, राजफैड ने श्रीगंगानगर में सरसों की क्षमता 500 क्विंटल से बढ़ाकर 2500 क्विंटल करने की सिफारिश की है। महाप्रबंधक को जयपुर भेजे पत्र में अन्य सभी खरीद केंद्रों पर भी क्षमता बढ़ाने का आग्रह किया गया है। इसी तरह चना खरीद की क्षमता भी सभी केंद्रों पर बढ़ाने की जरूरत बताई गई है।